एरो-इंडिया 2017 में तेजस के साथ उड़ान भरेंगे एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ
बेंगलुरु। आज से बेंगलुरु में एरो-इंडिया 2017 की शुरुआत हो गई है। इस मौके पर दुनिया भर की वायुसेनाएं बेंगलुरु में इकट्ठा हैं और कई फाइटर जेट्स के अलावा दुनिया की कई टेक्नोलॉजी कंपनियां यहां मौजूद हैं। एरो-इंडिया, एशिया का सबसे बड़ा एरो शो है।
तेजस ने छुए कई आयाम
मंगलवार को इस शो के पहले दिन पर इंडियन एयरफोर्स चीफ एयरचीफ मार्शल बीरेंदर सिंह धनोआ लाइट कॉम्बेट जेट तेजस में उड़ान भरेंगे। तेजस जो पिछले 33 वर्षों से निर्माण की प्रक्रिया में है, अब कई आलोचनाओं का शिकार रहा था। तेजस ने पिछले वर्ष कई बेहतरीन मौकों को अपने नाम पर दर्ज किया है। वर्ष 2015 में इसे एयरफोर्स में शामिल किया गया। नवंबर में सरकार ने 83 इंप्रूव्ड तेजस एमके 1ए तेजस को ऑर्डर दिया जिसकी लागम करीब 50,000 करोड़ रुपए है। तेजस है बेहतरीन है यही साबित करने के लिए इंडियन एयरफोर्स चीफ एयरमार्शल बीरेंद्र सिंह तेजस को उड़ाएंगे। तेजस पहली बार इस वर्ष गणतंत्र दिवस में फ्लाई पास्ट का हिस्सा बना था। इसके अलावा इसने एयरफोर्स डे के मौके पर भी उड़ान भरकर नया इतिहास अपने नाम किया था।
जनवरी में उड़ाया था मिग
वैसे एयरफोर्स चीफ ने अपना पद संभालने के बाद जनवरी में उसी मिग को उड़ाया था जो उन्होंने कारगिल वॉर में प्रयोग किया था। एयर मार्शन धनोआ के पास 3,000 फ्लाइंग ऑवर्स का अनुभव है और वह अब तक कई एयरक्राफ्ट्स को फ्लाई कर चुके हैं। जून 1978 में वह इंडियन एयरफोर्स में बतौर फाइटर पायलट कमीशंड हुए थे। मिग-21 ने वर्ष 199 में कारगिल की जंग में आईएएफ के ‘ऑपरेशन सफेद सागर’ में एक अहम रोल अदा किया था। उस समय धनोआ 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे और पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए उन्होंने रात में कई सॉर्टीज को कुशलता से अंजाम दिया था। दिसंबर में इंडियन नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि तेजस का सी वर्जन उम्मीदों के मुताबिक नहीं है और हथियार लोड होने के बाद यह एयरक्राफ्ट कैरियर से टेक ऑफ नहीं कर सकता है। नेवी के सूत्रों की ओर से कहा गया कि कई वर्षों तक यह जेट 200 मीटर के कैरियर डेक पर हथियारों से लैस होने पर एक भी फ्लाइट टेस्ट को पास नहीं कर पाया। पढ़ें-तेजस से इंकार करने के बाद इंडियन नेवी विदेशी फाइटर की तलाश में
Source: hindi.oneindia.com