अवैध संबंधों के मामले में अगवा युवक का यमुना से मिला शव
पानीपत। अवैध संबंधों की वजह से भैंसवाल गांव से 17 दिन पहले अगवा किए गए युवक का शव सनौली थाना क्षेत्र के राणा माजरा गांव के पास यमुना से बरामद हुआ है। मनीष ढाई माह पहले गांव की ही एक युवती को भगा ले गया था। युवती के पति व मामा ने परिजनों के साथ मिलकर वारदात की। पुलिस ने मामा आजाद को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर शव लेने से इनकार कर दिया। बाद में, एसपी के समझाने पर वह मान गए।
भैंसवाल निवासी विनोद ने बताया कि उसका बड़ा बेटा मनीष उर्फ मोनू (24) मोनू ढाई महीने पहले गांव की एक युवती को लेकर चला गया था। बाद में परिजन समझाकर दोनों को उत्तर प्रदेश के मेरठ से ले आए थे और पंचायत में मामला निपट गया था। युवती ने भी कोर्ट में बयान दिए थे कि वह अपनी मर्जी से मोनू के साथ गई थी। इसके बाद युवती के पिता फूल हसन ने उसकी शादी अपने साले उत्तर प्रदेश के मंसूरा गांव के आजाद के परिवार में कर दी थी। इसके बाद युवती का पति भी मोनू को जान से मारने की धमकी देने लगा था।
25 सितंबर की सुबह मोनू अपने मामा के घर मेरठ के डिंडूखेड़ा जाने के लिए बाइक लेकर निकला था। 27 सितंबर को मोनू ने मेरठ के सकलापुर निवासी मौसी सुमन को फोन कर बताया कि फूल हसन के दामाद ने उसका अपहरण कर लिया है और इसमें फूल हसन, उसके भाई शादा, महंदा और कप्तान का हाथ है। किला थाना पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर लिया।
विनोद ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह परिजनों के साथ कई बार थाने गया, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। 4 अक्टूबर को भी वे थाने गए थे और पुलिस को बताया था उन्हें सूचना मिली है कि मोनू का शव मंडावर के पास पड़ा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं की।
इसके बाद उसने 10 अक्टूबर को एसपी राहुल शर्मा को शिकायत की तो उन्होंने जांच सीआइए-1 पुलिस को सौंप दी। सीआइए-1 पुलिस ने 11 अक्टूबर को फूल हसन के साले आजाद से पूछताछ कि तो उसने बताया कि मोनू की हत्या कर शव व बाइक को यमुना में फेंक दिया था। पुलिस ने आजाद को साथ लेकर यमुना में तलाश की तो राणा माजरा के क्षेत्र में मोनू का गला-सड़ा शव व कपड़े मिले। परिजनों ने मोनू के शव की शिनाख्त की।
बृहस्पतिवार सुबह सामान्य अस्पताल पहुंचे परिजनों ने हंगामा करते हुए कहा कि पहले अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जाए, तभी वह शव लेंगे। डीएसपी मुख्यालय जगदीप दूहन उन्हें एसपी के पास ले गए। एसपी शर्मा ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि किसी भी अभियुक्त को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद परिजन शांत हुए। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआइ रोहतक रेफर किया गया है।
तीन दिन में होगी जांच पूरी
एसपी पानीपत राहुल शर्मा ने कहा कि अभियुक्तों की तलाश की जा रही है। किला थाना प्रभारी व एएसआइ पर लापरवाही बरतने के आरोप हैं। तीन दिन के अंदर इसकी जांच कर डीएसपी मुख्यालय जगदीप दूहन उन्हें रिपोर्ट सौंपेंगे। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी।
News Source: jagran.com