योगी सरकार शहर से लौटे मजदूरों को गांव में ही देगी रोजगार
लखनऊ । दूसरे राज्यों और शहरों से लौटकर अपने गांव आए श्रमिकों को प्रदेश सरकार तात्कालिक रूप से मनरेगा के तहत काम मुहैया कराएगी। शासन ने ऐसे लोगों का मनरेगा जॉब कार्ड बनाने का निर्देश जिलों के जिलाधिकारियों को दिया है। जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया को किसी सीमा में नहीं बाधा गया है। जितने लोग काम करना चाहेंगे उनका कार्ड बनेगा।बता दें कि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए राज्य में 21 अप्रैल से मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में काम शुरू किए जाएंगे। प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास विभाग मनोज कुमार सिंह ने इस आशय का शासनादेश जारी किया है। जिलों में जिलाधिकारी/जिला कार्यक्रम अधिकारी को भेजे गए पत्र में लिखा है कि कोरोना महामारी के कारण बड़ी तादाद में दूसरे राज्यों व शहरों से लोग अपने गांव लौटे हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में दैनिक रोजगाररक गतिविधियों में लगे परिवारों के समक्ष भरण पोषण की समस्या भी आ रही होगी। ऐसी स्थिति में शहरों व दूसरे राज्यों से लौटा व्यक्ति यदि मनरेगा के तहत काम करना चाहता है कि उसका जॉब कार्ड तत्काल बनाया जाए। गांवों में जॉब कार्ड जारी करते समय वंचित परिवारों जैसे मुसहर, वनटांगिया, थारू, विधवा महिलाओं तथा दिव्यांग मुखिया परिवारों को प्राथमिकता दी जाए।