चुनौतियों के मुकाबले के लिए शिक्षा व्यवस्था भारी बदलाव होगा : योगी
गोरखपुर । महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। ऐसे में उसके सामने चुनौतियां भी बड़ी हैं। चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना बेहद जरूरी है और यह कार्य देश व प्रदेश की सरकार ने शुरू कर दिया है। व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया जा रहा है। ऐसी शिक्षा का प्रारूप तैयार किया जा रहा है, जो राष्ट्रीयता से ओतप्रोत हो। मूल्य और आदर्श बताने वाली सांस्कारिक शिक्षा हो। नए सत्र से ऐसे पाठ्यक्रम के दायरे में पढ़ाई कराई जाएगी कि बच्चे उसे पढ़कर देश के प्रति गौरव की अनुभूति कर सकें।
कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं
योगी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं होता जरूरत एक योग्य गुरु की होती है, जो उसकी क्षमता और योग्यता को पटल पर ला सके। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपील की कि वह विद्यार्थियों की योग्यता और क्षमता को परख कर उनके विकास का मार्ग प्रशस्त करें। उन्होंने कहा कि यदि संकल्प हो तो कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेगा। जरूरत संकल्प के मुताबिक परिश्रम करने की है। योगी ने थोड़ी सी सफलता से आत्ममुग्ध और अभिमानी न होने की बच्चों को सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो अभिमान को आत्मसात कर विवशता को चुनौती देने लगता है, वह सफलता के मार्ग से भटक जाता है।
सुभाष के बलिदान को याद करेगा देश
योगी ने अलीगढ़ निवासी सेना के जवान शहीद सुभाष चंद्र को श्रद्धांजलि अर्पित की है। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले इस वीर सपूत की याद हरदम आती रहेगी। सरकार दुख की इस घड़ी में शहीद के परिवारीजन के साथ है और उनकी हर संभव मदद करेगी। योगी ने शहीद जवान के शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना भी जतायी।