मिशन 2019: गांधी परिवार के गढ़ पर योगी की नजर, हर क्षेत्र में 100 करोड़
लखनऊ । भाजपा सरकार और संगठन ने 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतने का संकल्प किया है तो उसके लिये अब कसरत भी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा क्षेत्रों के सांसद और संबंधित विधायकों के साथ बैठक कर विकास का खाका तैयार कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के संभावित चुनाव क्षेत्र कन्नौज की समीक्षा कर चुके योगी की नजर अब गांधी परिवार के गढ़ अमेठी और रायबरेली पर है। गुरुवार को इन क्षेत्रों की भी समीक्षा होनी है। बुधवार को योगी ने बलिया, बांदा, भदोही, जौनपुर, कैसरगंज, कौशांबी, राबर्ट्सगंज और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसदों और संबंधित विधायकों के साथ शास्त्री भवन में अलग-अलग बैठक की। योगी ने इन क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं पर चर्चा की।
विकास का अहसास करानी की कोशिश
योगी ने अब जनप्रतिनिधियों से दो टूक कह दिया है कि बैठक सिर्फ विकास और 2019 के लोकसभा चुनाव के एजेंडे को लेकर है, इसलिए वे लोग विकास संबंधित योजनाओं और जरूरतों की पूरी तैयारी के साथ आएं। क्षेत्र में कौन सी ऐसी बड़ी योजना दी जा सकती है, जिससे लोगों को विकास का अहसास हो। सांसद और विधायकों के सामूहिक सुझाव को वह प्राथमिकता दे रहे हैं। 80 से 100 करोड़ तक की योजना को वह तुरंत हरी झंडी दे रहे हैं। विभागीय अफसरों को तत्काल इसके डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी जा रही है। सांसदों और विधायकों की बैठक का यह सिलसिला छह फरवरी तक चलना है। इसके पीछे असल मकसद विकास के साथ जनप्रतिनिधियों के बीच समन्वय भी बनाना है। औसत प्रतिदिन आठ लोकसभा क्षेत्रों के सांसद और विधायकों से मुख्यमंत्री का सीधा संवाद हो रहा है।
विरोधियों के क्षेत्र में समीकरण बनाने की पहल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के अलावा 2014 में सपा के हिस्से में गयी अक्षय यादव की फीरोजाबाद तथा तेजप्रताप सिंह यादव की मैनपुरी सीट पर भाजपा विधायकों के साथ विमर्श करेंगे। फूलपुर, कानपुर, पीलीभीत और सुलतानपुर सीट पर सांसदों और विधायकों के साथ भी बैठक प्रस्तावित है। योगी विकास के एजेंडे के साथ विरोधियों के क्षेत्र में समीकरण बनाने पर जोर दे रहे हैं। वह विकास के सहारे विपक्ष के हिस्से गई सीटों को हासिल करने के उपक्रम में जुटे हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी ने अमेठी जाकर विकास की कई योजनाओं का शिलान्यास भी किया था। अब रायबरेली के लिए भी तैयारी है। इसके अलावा उप चुनाव की दृष्टि से फूलपुर को भी वह विशेष महत्व देंगे।