वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप : इतिहास रचने से चूकीं पीवी सिंधु, फाइनल में जापान की नोज़ोमि ओकुहारा से हारीं
ग्लास्गो: पीवी सिंधु इस बार वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में इस बार अपने मेडल का रंग बदलनकर सुनहरा करना चाहती थी लेकिन गोल्ड मेडल पर कब्ज़ा करने के अभियान में रविवार को वह नाकाम हो गईं. सिंधु चैंपियनशिप के फ़ाइनल में जापान की नोज़ोमि ओकुहारा से 19-21, 22-20, 20-22 से हार गईं और उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा. पहले गेम की शुरुआत में सिंधु ने अपने कद का फायदा उठाते हुए जापानी खिलाड़ी को छकाना शुरू कर दिया. सिंधु ने जल्द ही स्कोर 10-5 कर दिया. लेकिन इसके बाद ओकुहारा ने वापसी की और बढ़त हासिल कर ली. जापानी खिलाड़ी की फुर्ती का नतीजा था कि पहला गेम 21-19 से ओकुहारा के नाम रहा.
दूसरे सेट में की बेहतरीन शुरुआत
दूसरे गेम में सिंधु ने बेहतरीन शुरुआत की और स्कोर 5-1 हो गया. लेकिन उसके बाद सिंधु को बढ़त बनाए रखने के लिए खूब मेहनत करनी पड़ी. सिंधु की रैली लाजवाब थी और इसके चलते उन्होंने दूसरा गेम 22-20 से अपने नाम किया. तीसरे और आखिरी सेट में जापानी खिलाड़ी ने बढ़त बना ली, लेकिन सिंधु ने स्कोर को पहले 6-6 से बराबर किया और फिर 11-9 से बढ़त बना ली. इसके बाद हर प्वाइंट के लिए ज़बरदस्त टक्कर देखने को मिली. आखिर में जापानी खिलाड़ी के क्रॉस शॉट्स ने सिंधु को कई बार चकमा दिया और ओकुहारा ने सिंधु को हराकर रियो ओलिंपिक में मिली सिंधु के हाथों हार का बदला भी ले लिया. पूरा मैच 110 मिनट तक चला.
सिंधु के नाम तीन पदक
सिंधु के नाम वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो कांस्य और एक रजत पदक हो गया है, लेकिन ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले एकलौती भारतीय महिला खिलाड़ी सिंधु ने जिस ज़ज्बे के साथ फ़ाइनल खेला वह याद रहेगा. वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली सिंधु साइना के बाद दूसरी भारतीय खिलाड़ी हैं.