महिला आयोग ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को किया सम्मानित
देहरादून, । उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की ओर से गुरुवार को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवसके उपलक्ष्य में नेशनल पार्लियामेंट फ़ॉर वीमेन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर आयोग की ओर से रिसोर्स पर्सन्स के रूप में उपस्थित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय महिला आयोग के वित्तीय सौजन्य से अध्यक्ष, कुसुम कण्डवाल, उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग, की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन स्थान द एटलान्टिस क्लब, पण्डितवाडी, चकराता रोड, में कराया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ऋतु खण्डूडी, विधायक कोटद्वार, विशिष्ट अतिथि सविता कपूर, विधायक कैण्ट ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।सम्मानित की गई महिलाओं में पद्मश्री माधुरी बर्थवाल, डॉ हिरेशा वर्मा, हेमलता बहन, रजिया बेग, नलिनी गुसाईं, डॉ कंचन नेगी व अनामिका बिष्ट शामिल हैं। इस मौके पर आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, सदस्य-सचिव कामिनी गुप्ता सहित अतिथियों ने रिसोर्स पर्सन्स एवं अन्य प्रतिभागियों को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए आभार व्यक्त किया। रिसोर्स पर्सन्स द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त प्रतिभागियों को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनायें देते हुए उनके साथ अपने-अपने अनुभव साझा किये। तत्पश्चात आयोग की ओर से रिसोर्स पर्सन्स के रूप में उपस्थित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एस०टी०एफ०) की ओर से महिलाओं के विरूद्ध बढ़ रहे साईबर क्राईम को रोकने, नेहा कुशवाहा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा महिलाओं से सम्बन्धित कानूनी अधिकार और मधु थपलियाल, एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष जन्तु विज्ञान, राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय, रायपुर द्वारा लैंगिक समानता, अंजनी रावत, जी०एम० डी०आई०सी०, देहरादून द्वारा महिलाओं से सम्बन्धित लघु उद्योग एवं डॉ० वन्दना राजपूत द्वारा किशोरियों- महिलाओ -बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी एवं पी०सी०पी०एन०डी०टी० एक्ट के सम्बन्ध में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम के दौरान सम्भव मंच परिवार, देहरादून की ओर से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य किशोरियों की कम उम्र में शादी न किया जाना , महिलाओं की शिक्षा , महिला सशक्तिकरण में पुरुष की भागीदारी इत्यादि रहा। कार्यक्रम में लगभग 250 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन राज्य महिला आयोग की सदस्य-सचिव, कामिनी गुप्ता द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अतिथियों ने महिला शक्ति को एकजुट होने का संदेश दिया। कार्यक्रम में दौरान हरिचन्द्र सेमवाल, सचिव, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, देहरादून द्वारा महिलाओं से सम्बन्धित चल रही राज्य- केन्द्र स्तरीय योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में महिला जनप्रतिनिधि, बाल विकास परियोजना अधिकारी , सुपरवाईजर ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ती , आंगनबाड़ी सहायिकाए , ए०एन०एम० , आशा कार्यकर्ती , स्कूल की छात्राएं एवं उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग के विधि-अधिकारी दयाराम सिंह आदि उपस्थित रहे।