कैराना में कांग्रेस विपक्ष के साथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर विपक्षी एकता का आसार दिखाई पड़ रहा है। प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी ने रालोद से समझौता करके कैराना और नूरपुर में साझे प्रत्याशी खड़े किये हैं। समस्या कांग्रेस को लेकर थी, वह भी सुलझ गयी है। कांग्रेस ने कैराना में अपना प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है। कैराना और नूरपुर में 28 मई को मतदान होना है।
कैराना लोकसभा सीट भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन और नूरपुर विधानसभा सीट भाजपा के विधायक लोकेन्द्र सिंह के निधन से रिक्त हुई है। गोरखपुर और फूलपुर के बाद विपक्ष ने एक बार फिर संयुक्त रूप से प्रत्याशी उतारे हैं। कैराना में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की प्रत्याशी तबस्सुम हसन को सपा ने समर्थन दिया है जबकि नूरपुर विधानसभा सीट पर सपा ने नईमुल हसन को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने पहले ही उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने से मना कर दिया था, अब कांग्रेस ने भी प्रत्याशी नहीं खड़ा करने की बात कह दी है। इस प्रकार कांग्रेस ने गोरखपुर और फूलपुर की गलती को सुधार कर उत्तर प्रदेश में विपक्षी एकता का आधार मजबूत किया है।