सहसपुर की जनता के विकास के लिए लाएंगे विशेष योजनाएंः आर्येन्द्र शर्मा
देहरादून, । उत्तराखंड की जनता कुछ ही दिनों में अपने जनप्रतिनिधि के चुनाव के लिए मतदान करेगी. ऐसे में घोषणा पत्रों व भविष्य की योजनाओं का खाका तैयार कर सभी प्रत्याशी जन समर्थन पाने की पुरजोर कोशिशें कर रहे हैं। इसी क्रम में सहसपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी आर्येन्द्र शर्मा को क्षेत्र भ्रमण के दौरान जनता द्वारा के भारी समर्थन मिलता दिख रहा है। आर्येन्द्र शर्मा ने राघव विहार, बंशीवाला,ईस्टर्न आर्क झिवरहेड़ी आदि जगहों पर चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया. उन्होंने विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य रोज़गार आदि मुद्दों पर सरकार की असफ़लता गिनाई। इस दौरान उन्होंने जनता से सीधा संवाद भी किया जिसमें लोगों ने भी पिछले एक दशक से विकास के नाम पर हो रहे झूठे वादे और ढकोसलों पर नाराज़गी जताई। राघव विहार में मातृशक्ति व स्थानीय लोगों को सम्बोधित करते हुए आर्येंन्द्र शर्मा ने कहा कि ष्जिन उद्देश्यों को लेकर उत्तराखंड राज्य की स्थापना की गई थी हम सभी को उन्हें पूरा करना है. आज हमारा युवा वर्ग बेरोज़गार है, लोग पलायन के लिए मजबूर हैं, महिलाओं के पास आय का कोई साधन नहीं है। इन्हीं सारी समस्याओं को समझते हुए हम भविष्य में विशेष योजनाएं लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आर्यन्द्र शर्मा ने जनता से सीधा संवाद कर पिछले 10 सालों से रुके हुए विकास को गति देने की योजनाओं पर कहा की ष्हमारा उद्देश्य हर हाथ को काम, हर हाथ को शक्ति देना है. किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए आर्थिक रूप से सशक्त होना बहुत जरूरी है और यही हमारा उद्देश्य है अपने वक्तव्य को जारी रखते हुए आर्येंन्द्र शर्मा ने यह भी कहा की ष्हमारे क्षेत्र के खिलाड़ियों में बहुत प्रतिभा है जिसे पूरे देश और विश्व में पहचाना जा सकता है. सिर्फ इनकी प्रतिभाओं को निखारने के लिए सुविधाओं की आवश्यकता है. क्षेत्र में औद्योगिक विकास, फार्मा इंडस्ट्री को बढ़ावा देना हमारा लक्ष्य है. हमारे स्थानीय लोगों को रोज़गार में आरक्षण मिले इसकी व्यवस्था हमें करनी होगीष्. उन्होंने कांग्रेस प्रतिज्ञा संकल्प का ज़िक्र करते हुए कहा कि ₹500 से ऊपर रसोई सिलेंडर नहीं होगा। आने वाले समय में जनता सिर्फ विकास कार्यों की साक्षी बनेगी. ऐसे विकास कार्य जो सिर्फ कागजों पर है उन्हें धरातल पर लाने पूरा का प्रयास किया जाएगा। इन वक्ताओं के दौरान भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता जनसभाओं में मौजूद रही।