मई के अंत तक कर सकेंगे मार्च- अप्रैल के बिजली- पानी के बिल का भुगतान : अशोक गहलोत
नई दिल्ली। राजस्थान सरकार ने कोविद -19 के प्रसारण को रोकने के लिए लॉकडाउन के दौरान लोगों को राहत देने के लिए दो महीने मार्च और अप्रैल के लिए बिजली और पानी के बिल के भुगतान को स्थगित कर दिया। इस बीच, राज्य में शुक्रवार सुबह 14 नए कोविड -19 मामले सामने आए। इसमें जयपुर में सात और बीकानेर में दो शामिल हैं। ये वो लोग हैं जो दिल्ली में तब्लीगी जमात केंद्र में गए थे। राज्य में अब तक 23 तबलीगी सदस्यों को कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। शुक्रवार को सुबह 9 बजे तक राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 154 है।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यालय से एक नोट कहा कि मार्च और अप्रैल के बिजली बिलों का भुगतान मई में किया जा सकता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस फैसले से लगभग 1.3 मिलियन किसान और लगभग 15 मिलियन घरेलू उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। सरकार ने 31 मई, 2020 तक अपने बिलों का भुगतान करने पर कृषि और घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं को अगले बिलों में 5% छूट देने की घोषणा की।उद्योगों के लिए, सरकार ने 31 मई, 2020 तक मार्च और अप्रैल के बिलों के लिए लॉकडाउन अवधि के अनुपात में बिजली कनेक्शन पर लगाए गए शुल्क को स्थगित कर दिया है, जो अप्रैल और मई में जारी किए जाएंगे। इससे छोटी, मध्यम और बड़ी औद्योगिक इकाइयों के लगभग 1.68 लाख उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। विज्ञप्ति में बताया गया कि इस राहत के खिलाफ बिजली वितरण कंपनियों को सरकार 650 करोड़ रुपये का आवंटन करेगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों को खरीफ-2019 की देरी के बिना बीमा दावे मिलें, राज्य सरकार मई तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 700 करोड़ रुपये के प्रीमियम का भुगतान करेगी। पिछले एक साल में सरकार ने प्रीमियम के रूप में 2034 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।गौरतलब है कि कोरोना इस समय दुनियाभर के लिए मुसीबत बना हुआ है। देशभर में कोरोना वायरस के 500 से अधिक मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या 2,500 को पार कर गई, जबकि इनमें से 76 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले महीने राष्ट्रीय राजधानी का निजामुद्दीन क्षेत्र, तबलीगी जमात के एक विशाल कार्यक्रम के कारण कोरोना वायरस प्रकोप का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। अधिकारियों ने कहा कि देशभर में लगभग 9,000 लोगों की पहचान की गई है, जिनमें जमात के सदस्य और उनके संपर्कों में आए लोग शामिल हैं। इसमें जमात से जुड़े 1,306 विदेशी नागरिक शामिल हैं। इन सबको पृथक रखा गया है।