आखिर क्यों पीएम नरेंद्र मोदी को फिर लेनी पड़ी अपनी ही पार्टी के सांसदों की क्लास
नई दिल्ली: कहा जाता है कि पीएम नरेंद्र मोदी अपनी सरकार और सरकार के कामकाज को हमेशा से सख्त माने जाते रहे हैं. कई बार मंत्रियों से लेकर सरकारी अफसरों की क्लास लगा चुके हैं. कामकाज के तरीके में बदलाव और नई योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को लेकर उनके द्वारा दिए गए निर्देश हमेशा से खबरों क सुर्खियां बन जाते हैं. अब सूत्रों के हवाले से फिर खबर है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी ही पार्टी के सांसदों की क्लास लगा दी है. यानि उन्हें चेताया है.
सूत्रों के अनुसार बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के सांसदों को अपनी संसदीय गतिविधियों में सतर्क और सजग रहने की हिदायत दी है.
पीएम मोदी ने राज्यसभा सांसदों को चेताया और कहा कि लंच के बाद सदन में गैरहाजिर न हों. कहा जाता है कि कई सांसद में संसद में भोजनावकाश के बाद अपने अपने काम से निकल जाते हैं. पीएम मोदी ने ऐसे सांसदों को चेतावनी दी है. सूत्रों का कहना है कि पीएम ने कहा, सांसदों की गैरहाजिरी से कई महत्वपूर्ण बिलों को पास कराने में देरी होती है. सांसदों को अपने रवैये में बदलाव लाना चाहिए ताकि कई काम समय पर हो सके.
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सांसदों की कमी से कई बार कोरम तक पूरा नहीं होता. पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि कोई भी बिल पास करवाना सरकार का काम है. सत्ता में बैठी पार्टी के सांसदों का दायित्व है कि वह अपने इस काम को पूरा करें. इसी के साथ पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि सांसदों की अनुपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पीएम नरेंद्र मोदी ने आजादी के 70 साल की वर्षगाँठ के बारे में भी बताया : इसी बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने आजादी के 70 साल की वर्षगाँठ के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि इस बार 9 अगस्त से 15 अगस्त तक कार्यक्रम किए जाएंगे. पीएम मोदी ने 15 अगस्त से 30 अगस्त तक संकल्प यात्रा की घोषणा भी की. उन्होंने पार्टी सांसदों से कहा कि आने वाले पाँच साल में हर क्षेत्र में कल्याण के कार्यक्रम के बारे में लोगों को बताया जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि 1857 में पहला स्वतंत्रता संग्राम हुआ. 1947 में मुक़ाम हासिल हुआ. 1947 से 2017 तक भारत ने कई मुक़ाम हासिल किए हैं. उन्होंने कहा कि 2022 तक भारत विश्व में एक ताकत बनकर उभरेगा, ये तय है.