मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे का अलर्ट किया जारी
देहरादून, । मौसम विज्ञान विभाग देहरादून द्वारा आगामी 24 घंटे में उत्तराखण्ड में मौसम पूर्वानुमान में विशेषकर उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर व पिथौरागढ़ में भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए शासन द्वारा समस्त जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं, जिसके क्रम में प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाये रखते हुए सावधानी, सुरक्षा एवं आवागमन नियंत्रण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। साथ ही किसी भी सम्भावित आपदा व दुर्घटना की स्थिति में स्थलीय निरीक्षण कर सूचनाओं को तत्काल आदान-प्रदान करने, आपदा प्रबंधन आई.आर.एस. प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी को हाई एलर्ट में रहने के निर्देश दिये हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, एडीबी, सीमा सड़क संगठन तथा केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के मोटर मार्गों के बाधित होने की दशा में मार्गों को तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। दिशा-निर्देशों में समस्त राजस्व उपनिरीक्षक ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को अपने-अपने तैनाती स्थलों में बने रहने की निर्देश दिये गये है तथा समस्त चौकीध्थानों में आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलेस सहित हाई अलर्ट में रहने एवं अधिकारीगणों में आपस में समन्वय बनाये रखने के निर्देश दिये। समस्त जिलाधिकारियों से अपेक्षा की गई है, कि वे अपने-अपने क्षेत्र के किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना राज्य आपदा नियन्त्रण कक्ष के फोन न.-0135-2710334, 9557444486, 8266055523-24, टोल फ्री न. 1070 एवं 0135-2710335 पर तत्काल देना सुनिश्चित करेंगे। यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है उक्त अवधि किसी भी सम्बन्धित अधिकारीध्कर्मचारी के मोबाईलध्फोन स्विच ऑफ नही रहेंगे तथा वे अपने तैनाती स्थल पर रहेंगे एवं आपातकालीन स्थिति में अधिकारीगण व्यक्तिगत रूप से बरसाती, छाता, टार्च, हेलमेट तथा आवश्यक जरूरी उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में रखेंगे। साथ ही पर्वतीय जनपदों में सायं 08 बजे से प्रातः 05 बजे तक केवल बीमार व्यक्तियों को ले जाने के लिये प्रयुक्त वाहन यथा एम्बुलेंस एवं आपातकालीन सेवा वाहन, सैन्यध्अर्द्ध सैन्य बलों के परिवहन को छोडकर अन्य समस्त वाहनों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबन्धित करने के निर्देश दिये गये हैं। असामान्य मौसम एवं भारी वर्षा की चेतावनी के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों की आवागमन की अनुमति न देने को भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। इस दौरान प्रमुख नदियोंध्सहायक नदियों एवं मौसमी नालों का निरन्तर अवलोकन करने और खतरे के निकट पहुंचने से पहले नदी तट के समीप लोगों को सुरक्षित स्थानों में जाने हेतु सूचित करने तथा नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को भी दूर करने के निर्देश दिये।