एकता और मानसी बोलीं, ‘जो गलतियां की हैं, अब उनसे सीखेंगे’
देहरादून : ‘वर्ल्ड कप के फाइनल में जो हमने गलतियां की हैं, अब उन्हें नहीं दोहराएंगे, अब उनसे सीखेंगे। हमारा टारगेट अक्तूबर से शुरू हो रहे घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन कर अगले साल वेस्टंडीज में होने वाले टी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना है।’
इंग्लैंड में महिला विश्व कप का फाइनल मैच खेलने के बाद बुधवार को भारत पहुंची अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर एकता बिष्ट ने बताया कि फाइनल मुकाबले में अनुभवी खिलाड़ियों का जल्द आउट होना टीम की हार का कारण बना। किसी अनुभवी खिलाड़ी को अंतिम समय तक क्रीज पर रहना चाहिए था ताकि वो स्ट्राइक रोटेट करता रहे।
मीडियम तेज गेंदबाज मानसी जोशी का कहना है कि मिताली राज और झूलन गोस्वामी जैसे लीजेंड के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना ही मेरे लिए वर्ल्ड कप जीतने जैसा है। ये दोनों ही महिला क्रिकेट के लीजेंड हैं। गेंदबाजी में मुझे झूलन दी और शिखा दी से काफी कुछ सीखने को मिला। दोनों ने मुझे गेंदबाजी के बारे में बताया। मानसी कहती हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ खेलते समय प्रेशर तो था, लेकिन दिमाग में यही था कि बस बेसिक्स पर ध्यान देना है। मिताली दी और झूलन दी ने कहा कि लाइन लेंथ पर ध्यान देना, विकेट खुद मिल जाएगा।
वहीं, एकता कहती हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा ही दबाव रहता है, लेकिन मेरे दिमाग में थी ज्यादा से ज्यादा डॉट बॉल डालनी है, विकेट खुद मिला जाएगा। इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में अचानक विकेटों के पतझड़ पर मानसी कहती हैं कि मैच के आखिरी समय तक हम ड्राइविंग सीट पर थे। हमने इंग्लैंड को सही स्कोर पर रोक दिया था, जहां से हमें जीत साफ नजर आ रही थी, लेकिन अचानक एक-दो विकेट गिर गए, जिससे हम दबाव में आ गए। शायद वह दिन हमारे लिए खराब था, तभी जीत भी हाथ से निकल गई।
आइपीएल से निकलेंगी प्रतिभाएं
एकता और मानसी दोनों मानती हैं कि बीसीसीआइ को जल्द से जल्द महिलाओं का आइपीएल शुरू करना चाहिए। यदि आइपीएल शुरू होता है तो जो हमारे देश में प्रतिभाएं छिपी हुई हैं, वे आगे आएंगी। इसके अलावा घरेलू क्रिकेट पर भी ध्यान देना चाहिए। एकता ने अपनी सफलता का श्रेय कोच लियाकत अली और मानसी ने कोच वीरेंद्र सिंह रौतेला को दिया है।