2017 का बड़ा सवाल: विराट, स्मिथ या रोहित, बेस्ट कौन?
नई दिल्ली: साल 2017 ने अपनी विदाई से पहले ये बहस जरूर तेज कर दी कि विराट कोहली, स्टीवन स्मिथ और रोहित शर्मा में सबसे बेहतर कौन है? सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक कामयाब कप्तान के तौर पर भी तीनों की तुलना होने लगी है. ये और बात है कि रोहित को कप्तानी का बहुत छोटा मौका मिला और वो उसमें पूरे अंकों से पास होते दिखे हैं. पूर्व मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल ने ये कहकर कि रोहित शर्मा छोटे फॉर्मेट में विराट कोहली से कहीं बेहतर हैं, इस बहस को और हवा दे दी. साल 2017 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कई धमाके हुए. कुछ सितारे ऐसे चमके कि सर डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर ली, तो कुछ सितारों ने हमेशा की तरह विवादों का दामन थामे रखा. पूरे साल क्रिकेट फैन्स अंतर्राष्ट्रीय कामयाबियां देखते रहे. पर्थ में कप्तान स्टीवन स्मिथ ने अपने दोहरे शतक के साथ साल 2017 को सलामी दी और मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने करीब 40 साल से अपनी घरेलू जमीन पर जीत का सिलसिला जारी रखा.
साल खत्म होने से पहले ही कप्तान स्मिथ की अगुवाई में कंगारूओं ने 70वीं ऐशेज सीरीज पर कब्जा जमा लिया. स्मिथ ने कहा, ‘ऐशेज सीरीज में जीतती हुई टीम की कप्तानी करना एक लाजवाब अनुभव है. ऐशेज जीतना और सीरीज में 3-0 से आगे रहना और भी कमाल का अनुभव है. मुझे वाकई गर्व है.’ कमाल की बात ये रही कि क्रिकेट रेटिंग प्वाइंट्स में स्मिथ सर डॉन ब्रैडमैन के बेहद करीब पहुंचते दिखे. पर्थ टेस्ट के बाद उनकी रेटिंग प्वाइंट 938 से बढ़कर 945 हो गई और वो ब्रैडमैन के 961 अंकों के सबसे करीब पहुंच गए. 59 टेस्ट में करीब 6000 रन बनाने वाले स्मिथ ने 22 शतक और 21 अर्धशतक के साथ अपना औसत 62 से ज्यादा रखा है.
शतकों की रफ्तार के मामले में भी वो ब्रैडमैन के करीब हैं. ब्रैडमैन ने अपने करियर की 80 पारियों मे 99.94 के औसत से 29 शतकीय पारियां खेलीं. यानी प्रति 2.75 पारी में एक शतक. स्मिथ ने 22 शतकीय पारियां खेली हैं, प्रति शतक 4.9 पारी की रफ्तार से. स्मिथ इस मामले में कुमार संगकारा (6.13 पारी प्रति शतक), जैक कैलिस (6.22 पारी प्रति शतक), सचिन तेंदुलकर (6.45 पारी प्रति शतक), ब्रायन लारा (6.82 पारी प्रति शतक) और रिकी पॉन्टिंग (7 पारी प्रति शतक) को भी पीछे छोड़ते नजर आते हैं.
विराट कोहली साल के आखिर में क्रिकेट मैदान की रेस से बाहर रहे. अपनी प्रेमिका अनुष्का संग शादी रचाने और फिर दोस्तों, रिश्तेदारों और दुनिया की बड़ी हस्तियों की पार्टी के बाद वो एक बार फिर मैदान-ए-जंग के लिए तैयार हो रहे हैं. विराट को मैच के लिए खुद को ढालने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा, फैन्स को इसका पूरा भरोसा है. स्टीवन स्मिथ के नाम 30 अंतर्राष्ट्रीय शतक हैं तो विराट के नाम 52 अंतर्राष्ट्रीय शतक. यही नहीं दोहरे शतकों के मामले में विराट टेस्ट में रोहित और स्टीवन स्मिथ से कहीं आगे हैं. विराट के नाम टेस्ट क्रिकेट में 6 दोहरे शतक हैं और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में वो इस मामले में छठे नंबर पर हैं. सर डॉन ब्रैडमैन 12 दोहरे शतकों के साथ पहले नंबर पर. रोहित शर्मा का टेस्ट में सर्वाधिक स्कोर 177 है, जबकि स्टीवन स्मिथ का 239. उनके नाम टेस्ट में दो दोहरे शतक हैं. विराट ने चार सीरीज में चार लगातार दोहरे शतक लगाकर ब्रैडमैन और राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. बतौर कप्तान उन्होंने 6 दोहरे शतक लगाकर ब्रायन लारा के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. कप्तान के तौर पर भारत में विराट के सुनील गावस्कर (11) से भी ज्यादा 13 शतक हैं. कप्तान विराट की अगुवाई में उनकी टीम 9 टेस्ट सीरीज जीत चुकी है, जो ऑस्ट्रेलिया और
इंग्लैंड के रिकॉर्ड की बराबरी है. उस लिहाज से विराट बाजी मारते नजर आते हैं.
रोहित शर्मा ने साल 2017 खत्म होने से पहले कुछ ऐसी धुआंधार पारियां खेलीं कि वो कई मामले में दुनिया के धुरंधरों को पीछे छोड़ते नजर आए. रोहित के नाम वनडे में तीन दोहरे शतक हैं. T20 के बेहद छोटे फॉर्मेट में 2 शतक जो उन्हें अपनी लीग का अकेला खिलाड़ी बना देता है. रोहित ने साल 2017 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 65 छक्के लगाकर एबी डीविलियर्स के (63 छक्के, 2015 में) छक्कों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. रोहित की धुआंधार पारी खेलने की काबलियित को देखते हुए पत्रकारों ने उनसे T20 में दोहरे शतक की बात पूछ ली. रोहित ने कहा, ‘ये मांगना बहुत ज्यादा है…T20 में 200 सोच से परे है.’ उन्होंने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के राज खोलते हुए कहा, ‘बल्लेबाजी करने का मेरा एक सरल तरीका है. गेंद को बहुत तेज मारने की कोशिश मत करो. मैं टाइमिंग पर और अपने बैलेंस पर निर्भर करता हूं.’
दरअसल विराट, रोहित और स्मिथ तीनों क्रिकेट के तीन कोहिनूर हैं और तीनों कमाल के फॉर्म में हैं. ये उन दिनों की याद दिलाते हैं जब सचिन तेंदुलकर, विनोद कांबली और बासित अली जैसे बल्लेबाजों की तुलना होने लगी थी. इस रेस में कौन सबसे ज्यादा कंसिस्टेंट साबित होगा, फैन्स 2018 में इसका बेताबी से इंतजार करेंगे.