चकराता तहसील में अधिकारियों के न मिलने पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
देहरादून, । चकराता तहसील में अधिकारियों के न मिलने से जनकल्याण समिति की अध्यक्ष और ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की। बाद में अधिकारियों से वार्ता के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ। सोमवार सुबह से ही रजिस्ट्री, विवाह पंजीकरण, प्रमाण पत्रों आदि कार्यों के सम्बंध में लोगों ने तहसील मुख्यालय पहुंचना शुरू कर दिया था। लेकिन तहसील में किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के मौजूद न होने से ग्रामीणों का कोई कार्य नहीं हो पाया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने जनकल्याण समिति लाखामंडल की अध्यक्ष बचना शर्मा के नेतृत्व में तहसील प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि तहसील मुख्यालय से अक्सर अधिकारी गायब रहते हैं, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है। कहा कि तहसील में सोमवार, मंगलवार और बुधवार को रजिस्ट्रार संबंधी कार्य करने का दिन तय किया गया है, जिसकी सूचना भी तहसीलदार कार्यालय के बाहर चस्पा की गई है। लेकिन उसके बाद भी अधिकारी यहां नही मिलते हैं। कहा कि सोमवार को चकराता तहसील में एसडीएम, तहसीलदार के साथ ही अन्य अधिकारी और बाबू भी मौजूद नहीं हैं। जबकि जनता दूर दराज के गांवों से बड़ी संख्या में अपने काम के सिलसिले में तहसील मुख्यालय पहुंची थी। मुख्यलाय में सिर्फ कुछ ही कर्मचारी मौजूद मिले। कहा कि जौनसार बावर में सरकार द्वारा तीन तहसीलें तो खोल दी गई लेकिन उनमें अधिकारियों की तैनाती करना भूल गई। तीन तहसीलों की जिम्मेदारी एक एसडीएम और एक तहसीलदार के पास है। प्रदर्शन करने वालों में ओमप्रकाश काला, नारायण दत्त जोशी, भगतराम भट्ट, अमर सिंह, शीला, जितेंद्र, अनिल कैंतुरा, अभिषेक आदि शामिल रहे।