उत्तराखण्ड सरकार एमएसएमई में बदलाव के लिए करेगी अनुकूल प्रणाली का निर्माण
देहरादून, 29 सितम्बर– भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के लिए देश भर में लाखों छोटी फर्मों के लिए अनकूल प्रणाली बनाने और उन्हें स्थानीय एवं विश्वस्तरीय अवसरों सेलाभान्वित करने की आवश्यकता है। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए उत्तराखण्ड सरकार, ग्लोबल अलायन्स फार मास एंटरेप्रेन्योरशिप के साथ साझेदारी में एकीकृत उत्तराखण्डराज्य उद्यमिता प्रणाली के विकास (State Entrepreneurship Ecosystem Development-SEED) के लिए कार्यरत है। ताकि राज्य में 40,000 से अधिक एमएसएमई के विकास कोप्रोत्साहित कर उद्यमिता प्रणाली को बढ़ावा दिया जा सके।श्रीमति मनीषा पंवार (अपर मुख्य सचिव- उद्योग एवं वाणिज्य, उत्तराखण्ड सरकार) और श्री एम श्रीनिवास राव (सीईओ, GAME) तथा उत्तराखण्ड सरकार एवं GAME से अन्य वरिष्ठअधिकारियों के नेतृत्व में SEED रणनीति का विकास किया गया है।‘‘एमएसएमई हमारे देश की रीढ़ हैं और कोविड-19 के चलते अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान के मद्देनज़र नौकरियों के सृजन के लिए एमएसएमई को प्रोत्साहित करना बहुत ज़रूरी है।इसीलिए उत्तराखण्ड में हम एमएसएमई में उद्यमिता एवं इनोवेशन को बढ़ावा देना चाहते हैं, जो अर्थव्यवस्था के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। युवाओं को स्व-रोज़गार के लिएप्रोत्साहित करने के लिए ज़रूरी है कि उन्हें पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराए जाएं। उत्तराखण्ड विभिन्न क्षेत्रों से निवेश आकर्षित करने में सफल रहा है, देश-विदेश से बड़ी संख्या मेंपर्यटक राज्य में आते हैं। ऐसे में उत्तराखण्ड में रोज़गार के अपार अवसर है। यह रिपोर्ट इन्हीं अवसरों पर रोशनी डालती है और इनके सदुपयोग के लिए मार्ग प्रशस्त करती है।उत्तराखण्ड सरकार ने इस पहल के तहत GAME को समर्थन प्रदान करने और उद्यमिता के लिए अनुकूल प्रणाली के विकास का फैसला लिया है।’’ उत्तराखण्ड के माननीयमुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा।‘‘उत्तराखण्ड उद्योग के लिए अनुकूल राज्य है, इसके बावजूद राज्य में बहुत से एमएसएमई कारोबार संचालन के पुराने एवं अनुपात्दक तरीकों का उपयोग करते हैं। बदलाव के माडलपर आधारित हमारा यह सिद्धान्त उद्यमों के लिए अनुकूल वातावरण विकसित करेगा। रवि वेंकटेसन (संस्थापक GAMEने कहा। हमें विश्वास है कि इसके माध्यम से हम राज्य में उद्यमिता के विकास को नई गति प्रदान करसकेंगे। उत्तराखण्ड के संसाधनों, उद्यमों एवं अनुकूल प्रणाली के चलते राज्य में कोविड-19 के चुनौतियों से बाहर निकलने के अपार अवसर हैं।’’