BJP नेता हत्या में खुलासा- नामी ओलंपियन व यूपी के कुख्यात गैंग ने मिलाया हाथ
नोएडा । हरियाणा के एक ओलंपियन पहलवान और सुंदर भाटी गैंग के बीच साठगांठ हो गई है। इसी के तहत पहलवान ने एमसीडी टोल टैक्स वसूली के ठेके के संचालन का काम सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी को सौंप रखा है। भाजपा नेता शिव कुमार समेत तीन की हत्या में सोमवार को पकड़े गए सुंदर गैंग के शूटर नरेश तेवतिया और साजिशकर्ता अरुण यादव से पूछताछ में यह चौंकाने वाली जानकारी एसटीएफ और नोएडा पुलिस को मिली है।
पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि पहलवान के उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सीओ से बेहतर संबंध है। उस सीओ के सुंदर भाटी से करीबी रिश्ते हैं। उसी सीओ ने पहलवान और सुंदर भाटी गैंग के बीच साठगांठ कराई है।
एसटीएफ को यह भी पता चला है कि सीओ और अरूण भाटी के दरोगा भाई के बीच भी अच्छे संबंध है। इस कारण अब भाजपा नेता समेत तीन की हत्या में सीओ की भूमिका की जांच हो रही है।
टोल वसूली में लगे हैं सुंदर के शूटर
सुंदर भाटी गैंग का काम दो हिस्सों में बंट गया है। अवैध वसूली का धंधा अब बलराज भाटी देख रहा है। शूटर और हथियार मुहैया कराने का काम भतीजा अनिल भाटी देख रहा है।
अनिल भाटी के पास इस वक्त करीब 25 शूटर है। उसने इन शूटरों को दिल्ली में एमसीडी टोल टैक्स वसूली में लगा दिया है। हत्या कराने की सुपारी मिलने पर शूटर वारदात को अंजाम देकर फिर टैक्स वसूली में जुट जाते हैं।
5 लाख की सुपारी लेकर कराई थी गाजियाबाद में मिंटू की हत्या
एसटीएफ को शूटर नरेश तेवतिया से पूछताछ में यह भी पता चला है कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम में 12 जुलाई को हुई मिंटू की हत्या को भी अनिल भाटी ने पांच लाख रुपये लेकर अंजाम दिलाया था। पार्किंग विवाद में मंटू की हत्या हुई थी। अब इस केस में भी अनिल भाटी का नाम शामिल किया जाएगा।
वारदात को अंजाम देने ऑटो से आया था शूटर
नरेश तेवतिया ने एसटीएफ को बताया है कि भाजपा नेता की हत्या करने के लिए वह ऑटो से दिल्ली से गाजियाबाद आया था। अनिल भाटी के पास से शूटर अमर सिंह हथियार लेकर आया था। दो मोटरसाइकिल से वारदात को अंजाम देकर सभी शूटर लालकुंआ गाजियाबाद चले गए थे। जहां अमर सिंह ने सभी से हथियार वापस ले लिए थे। फिर नरेश तेवतिया दिल्ली चला गया था। अमर सिंह ने अनिल भाटी को हथियार वापस कर दिए थे।
वहीं, एसएसपी लव कुमार का कहना है कि ओलंपिक में पदक विजेता पहलवान के पास दिल्ली में एमसीडी टोल टैक्स वसूली का ठेका है। उसने यह काम सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी को सौंप दिया है। एमसीडी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी जाएगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर पहलवान से भी पूछताछ हो सकती है।
उधर, आइजी एसटीएफ अमिताभ यश की मानें तो भाजपा नेता समेत तीन की हत्या के साजिशकर्ता अरूण यादव का भाई अलीगढ़ में एसओ है। उसकी भूमिका की जांच हो रही है। साथ ही एक सीओ का नाम भी इस केस में सामने आ रहा है। सीओ के एसओ और पहलवान से संबंध है। यह संभव है कि सीओ ने ही पहलवान को सुंदर भाटी गैंग से मिलवाया हो। जांच में संलिप्तता मिलने पर किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।