AICC मेम्बर्स की उत्तराखंड लिस्ट जारी होते ही कोहराम मच गया
देहरादून । AICC मेम्बर्स की उत्तराखंड की लिस्ट जारी होते ही कोहराम मच गया है। कई सीनियर कांग्रेसी इस लिस्ट में दरकिनार कर दिए गए हैं और कई ऐसे भी शामिल हैं जिनपर पहले से कई जिम्मेदारियां हैं। aicc की सूची को लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। प्रीतम सिंह ने कहा है कि प्रदेश प्रभारी के दिल्ली में बैठकर तुगलकी फरमान जारी हो रहे हैं। प्रभारी के निर्णयों से कॉंग्रेस कमजोर हो रही है। aicc मेम्बर्स की सूची में कई वरिष्ठ नेताओं को शामिल नहीं किया गया है। इतना ही नहीं सूत्रों की माने तो कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश प्रभारी से सीधे तौर पर सूची में नाम शामिल ना होने पर नाराजगी और आपत्ति जताई है।वरिष्ठ कोंग्रेसी नेता और पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, तिलक राज बेहड़, मयूख महर, बदन बिष्ट, विधायक गोपाल राणा, कुशाल अधिकारी को भी सूची से बाहर रखा गया है। वरिष्ठ कोंग्रेसियों प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल एवं सुरेंद्र सिंह नेगी, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, राजकुमार, जीतराम इनमें से किसी को भी AICC मेम्बर्स की सूची में शामिल नहीं किया गया है। जबकि दूसरी तरफ सूची में शामिल कई नामों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं क्योंकि उनपर अन्य पदों की भी जिम्मेदारी है।दरअसल अखिल भारतीय कॉंग्रेस कमेटी के सदस्यों की इस सूची में उत्तराखंड से 30 इलेक्टेड और 13 को-ऑप्टेड मेम्बर्स शामिल किए गए हैं। सूची से बाहर रहने वाले कई नेता इसमें शामिल कुछ नामों को लेकर आपत्ति कर रहे हैं साथ ही अपना नाम शामिल ना होने पर नाराजगी भी ज़ाहिर कर रहे हैं। सूची को देखकर कहा जा रहा है कि सूची में ‘अपना और पराया’ देखकर नामों की संस्तुति की है। यहां तक कि उत्तरकाशी और चंपावत जिले को प्रतिनिधित्व ही नहीं दिया गया है।