यूपीईएस की टीम ने जीता 7वां शहीद मेमोरियल टूर्नामेंट का फाइनल मैच
देहरादून, । भारतीय सशस्त्र बलों के शहीदों को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवारों की आर्थिक सहायता करने के लिये यूपीईएस द्वारा आयोजित वार्षिक शहीद मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेन्ट के 7वें संस्करण का आज समापन हुआ। 17 दिसंबर को शुरू हुआ टूर्नामेन्ट चैथी गढ़वाल राइफल्स के लांस नायक प्रदीप रावत को याद करने और उनके परिवार को सहयोग देने लिये आयोजित किया गया था, जिन्होंने साल 2018 में उरी में देश के लिये लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया था। वे टिहरी गढ़वाल जिले की चंबा तहसील के बागी बामुंद गांव के थे। इस बहादुर सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिये बतौर मुख्घ्य अतिथि स्कूली शिक्षा व खेल मंत्री अरविंद पांडे, मेजर जनरल राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने यूपीईएस के बिधोली कैम्पस में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और उनके परिजनों से बात की। टूर्नामेन्ट से प्राप्त हुए 2,51,000 रुपये का एक चेक बहादुर सैनिक के परिवार को सौंपा गया। यूपीईएस उत्तराखण्ड से ताल्घ्लुक रखने वाले शहीदों के परिवारों को ज्यादा सहयोग देने के लिये प्रोजेक्ट नमन भी शुरू कर रहा है। टूर्नामेंट का फाइनल मैच आज यूपीईएस और यूपीसीएल की टीमों के बीच खेला गया। यूपीईएस ने यूपीसीएल के लिए 191 रनों का लक्ष्घ्य रखा और 55 रनों से मैच जीता। यूपीईएस के मोहित मियान को 561 रन बनाने के लिए सर्वश्रेष्घ्ठ बल्घ्लेबाज का अवार्ड दिया गया और वे अपने चैतरफा प्रदर्शन के लिए सबसे कीमती खिलाड़ी रहे। यूपीसीएल के किरण सिंह को 17 विकट लेने के लिए टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्घ्ठ गेंदबाज चुना गया। लांस नायक प्रदीप रावत को श्रद्धांजलि देते हुए यूपीईएस के वाइस चांसलर डॉ. सुनील राय ने कहा, ‘‘वह एक बहादुर और साहसी सैनिक था, जिसने सर्वोच्च बलिदान दिया और देश के लिये 28 साल की छोटी सी उम्र में अपने प्राण त्याग दिये। शहीद मेमोरियल टूर्नामेन्ट और नमन हमारी ओर से किये गये छोटे से प्रयास हैं, ताकि उसे और उसके जैसे शहीदों को सम्मानित किया जा सके और उन पर निर्भर लोगों की बेहतर जीवन जीने में मदद की जा सके। शिक्षा और इसकी ताकत से कई तरीकों से इसे संभव बना सकती है।