हरदीप सिंह का यूपी से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचन तय
लखनऊ । केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना जाना तय है। आज राज्यसभा उपचुनाव के लिए उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया है। नामांकन की अंतिम तारीख पांच जनवरी है लेकिन किसी दल की कोई तैयारी नहीं है। पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर के त्यागपत्र से यह सीट खाली हुई थी।
पुरी ने आज भाजपा दफ्तर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पैदल विधानभवन स्थित सेंट्रल हाल पहुंचकर नामांकन पत्रों के चार सेट जमा कराए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पांडेय, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा के साथ ही कई मंत्री भी मौजूद रहे।
नामांकन के लिए मोदी और शाह का आभार
नामांकन के बाद पुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के प्रति आभार जताते हुए विकास के एजेंडे को पूरा करने की बात कही। इससे पहले हरदीप और योगी समेत प्रमुख नेता भाजपा दफ्तर में एकत्रित हुए। यहां माधव सभागार में पुरी का फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया गया। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल, जेपीएस राठौर, गोविंद नारायण शुक्ल आदि मौजूद रहे। इसके बाद भाजपाई काफिले के रूप में जयकारे लगाते नामांकन कराने के लिए विधानभवन पहुंचे।
मनोहर पार्रिकर के त्यागपत्र से रिक्त थी सीट
पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर को वर्ष 2014 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा गया था। मार्च, 2017 में उन्होंने गोवा का मुख्यमंत्री बनाने के बाद राज्यसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था, जिस पर अब उपचुनाव हो रहा है रिक्त सीट पर उपचुनाव को नामांकन करने की अंतिम तारीख पांच जनवरी है लेकिन, विपक्ष का उम्मीदवार मैदान में उतरना मुश्किल है। ऐसे में हरदीप पुरी का निर्विरोध निर्वाचन होना निश्चित है। नामांकन पत्र की जांच छह जनवरी को होगी और नाम वापसी आठ जनवरी तक होगी। इसके बाद जरूरी होने पर 16 जनवरी को मतदान होगा।
नगरीय विकास में मदद मिलेगी : योगी
नामांकन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश नगरीय निकायों की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है। केंद्रीय आवास व शहरी विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पुरी को प्रदेश से राज्यसभा सदस्य बनाने का लाभ मिलेगा। पुरी एक योग्य व्यक्ति हैं और लंबे समय तक प्रशासनिक सेवाओं में रहे हैं। उनके अनुभव का लाभ विकास को गति देने में मिलेगा।
पुरी के परिवारीजन पर विदेशी कर्ज भी
लंबे समय प्रशासनिक सेवा में रहने बाद राजनीतिक पारी आरंभ करने वाले हरदीप सिंह पुरी के परिवारीजन पर विदेशी कर्ज भी है। दिल्ली विश्वविद्यालय से वर्ष 1973 में इतिहास विभाग में एमए की डिग्री लेने वाले पुरी के नाम से एक होंडा सिटी कार के अलावा 25 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य की चल-अचल संपत्ति है। दिल्ली व गुरुग्राम में मकान होने के अलावा परिवारीजन के नाम ग्रेटर नोएडा व स्विटजरलैंड में भी फ्लैट है। उन्होंने अपने शपथपत्र में परिवारीजन पर पांच करोड़ रुपये से अधिक विदेशी कर्ज भी दर्शाया है।