अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता लगभग साफः उमा भारती
ऋषिकेश : केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का संकल्प लेकर उत्तराखंड में तीर्थ दर्शन को पहुंची हैं। ऋषिकेश में संतों का आशीर्वाद लेने के पश्चात रुद्रप्रयाग जिले में द्वितीय केदार से प्रसिद्ध मदमहेश्वर धाम के लिए रवाना हुई उमा भारती ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का रास्ता लगभग साफ हो चुका है। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। हजारों कार सेवकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और अयोध्या में जल्द भव्य मंदिर बनकर तैयार होगा। उन्होंने अगले आम चुनाव में इसे मुद्दा बनाने से इन्कार करते हुए कहा कि राम मंदिर तो भारतीय संस्कृति का प्रतीक है।
उमा भारती ऋषिकेश स्थित वंदेमातरम कुंज पहुंची। यहां संस्था के संचालक आचार्य आशीष से मुलाकात के पश्चात उमा भारती ने बैराज के समीप स्थित आश्रम में वयोवृद्ध संत स्वामी निर्वेदानंद गिरी महाराज से आशीर्वाद लिया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की कामना के साथ भगवान मदमहेश्वर के दर्शन को जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए आध्यात्मिक संत श्रीश्री रविशंकर के प्रयास सराहनीय हैं। अन्य स्तरों पर पर इस दिशा में सकारात्मक प्रयास हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अयोध्या विवाद अब केवल भूमि को लेकर रह गया है। कुल मिलकार मंदिर निर्माण का रास्ता खुल गया है। भूमि के मुद्दे को बाहर सुलझाने के लिए प्रयास चल रहे हैं और अंत में न्यायालय उस पर अपना फैसला देगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब आंदोलन करने वाले कार सेवक अपराधी नहीं रह गए हैं।
गंगा स्वच्छता के लिए केंद्र सरकार की नमामि गंगे परियोजना की स्थिति पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं अभी तक कार्यों से संतुष्ट नहीं हूं। अब भले ही मेरे पास मंत्रालय नहीं है, मगर गंगा के प्रति मेरी निष्ठा और आस्था कतई कम नहीं हुई है। मैं उसी जिम्मेदारी के साथ गंगा संरक्षण व स्वच्छता के लिए सरकार के साथ काम कर रही हूं।