दो थानो के सीमा विवाद मे गई नवयुवक की जान
हिलिग टच अस्पताल चाहता तो बच सकती थी जान
देहरादून। सहस्त्रधारा रोड के दोबच्ची तिराहे पर बाईक सवार नवयुवक करीब एक धंटे तक थाना राजपुर और थाना रायपुर के सीमा विवाद के चलते सड़क पर पडा तडपता रहा इतना ही नही बार बार 108 को फोन करने के बावजूद भी 108 एम्बुलेंस मौके पर नही पहुची सहस्त्रधारा निवासी नितिन तोपवाल पुत्र सुरबीर तोपवाल को पीछे से एक्टीवा सवार ने टक्कर मार कर नीचे गिरा दिया जिसके बाद पीछे से आ रही एक कार चालक कार पर नियंत्रण नही कर पाया और कार ने भी युवक को टक्कर कर चौटिल कर दिया आस पास के लोगो ने पुलिस और 108 को फोन किया लेकिन पुलिस सीमा विवाद मे उलझ गई और 108 कही और व्यस्त रही करीब एक घंटे बाद सडक पर पडे युवक को स्थानीय लोगों ने अपने वाहन मे डाल कर निकटतम अस्पताल हिलिग टच तक पहुंचाया मगर हिलिग टच के आपातकालीन कक्ष मे मौजूद डाक्टर ने साफ मना कर दिया जिसके बाद घायल को कोरोनेशन अस्पताल के लिए निकले लोगो को चूना भट्टे पर शराब की दुकान के कारण लगने वाले जाम मे फसने के बाद बमुश्किल कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया लेकिन दुर्घटना मे घायल नवयुवक ने कोरोनेशन अस्पतालकी इमरजेन्सी मे दम तोड दिया जिस जगह दुर्घटना हुई ऊस जगह हर वक्त भीड़ भाड़ होने के बावजूद दुर्घटना मे घायल का यु एक घंटे तक सड़क पर पडे रहना । दो थानो की पुलिस का सीमा विवाद मे उलझे रहना और सब से बडा कारण हिलिग टच अस्पताल मे घायल को उपचार ना मिलना एक नव युवक की जान ले गया और एक घर का चिराग बुझा गया ।
(हेलमेट होता तो बच सकती थी जान)
(समय से उपचार मिलता तो ना जाती जान)
(108 की मदद मिलती तो बच जाते दो घंटे)