त्रिवेन्द्र को थराली में मिलेगी मदद
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी को कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में मिली सफलता उत्तराखंड के लिहाज से भी कई मायनों में बेहद खास है। विधानसभा की थराली सीट के उपचुनाव में यह संजीवनी का काम करेगी तो आने वाले निकाय चुनावों में भी पार्टी का मार्ग प्रशस्त करेगी। इसे देखते हुए भाजपा नेतृत्व भी खासा उत्साहित है। उसका दावा है कि न सिर्फ थराली बल्कि निकाय व पंचायत, बल्कि 2019 के लोस चुनाव में भी राज्य में भाजपा अपना परचम लहराएगी। विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने वाली भाजपा सत्तारूढ़ होने के बाद पहली मर्तबा उपचुनाव के जरिये जनता की अदालत में है। इस उपचुनाव में जीत के लिए पार्टी नेतृत्व जीतोड़ कोशिशों में जुटा है, लेकिन हाल में पार्टी को टिकट वितरण में अंतरविरोध भी झेलना पड़ा। ये बात अलग है कि बागी तेवर अपनाने वाले दो नेताओं को मनाने में पार्टी सफल रही है और ये प्रचार में भी जुट गए हैं। भले ही भीतरी झंझावातों को पार्टी नेतृत्व ने थाम लिया हो, फिर भी किंतु-परंतु कम नहीं है। वजह ये कि इस उपचुनाव को एक प्रकार से प्रदेश सरकार के सालभर के कामकाज को जनता की कसौटी पर खरा उतरने से जोड़कर भी देखा जा रहा है। ऐसे में भाजपा को यह सीट अपने पास रखना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में भाजपा नेतृत्व कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है और पूरा संगठन वहां जुट गया है।