तिरंगा बड़ा या भगवा ?
सबसे बड़े संगठन आरएसएस द्वारा अपने ऊपर हुए हमलो का जवाब देने के लिए चिंतन शुरू किया है। भविष्य का भारत के नाम से देश के जाने माने बुध्धिमान लोगो को बुलाकर संघ परिवार द्वारा अपनी बात देश के सन्मुख राखी जा रही है। संघ सुप्रीमो मोहन भागवतजी ने पहले दिन ही कह दिया की संघ हिन्दोस्तान के राष्ट्र ध्वज तिरंगे का सन्मान करता है लेकिन गुरु तो भगवा केसरी झंडा…..! दोनों ध्वजों में यदि एक को चुनना हो तो स्वाभाविक है की संघ भगवे को गले लगायेंगा। तिरंगा बड़ा या भगवा ? गुरु कौन? तिरंगा या भगवा ? भारत के लोग किसे ज्यादा मान सन्मान देंगे ? राष्ट्र ध्वज को या केसरी को? सवाल बहोत है लेकिन संघ के हिसाब से जवाब एक ही है-भगवा झंडा हमारा गुरु। कोंग्रेस ने संघ के खिलाफ कई सवाल दागे थे। संघ में महिलाओ को उच्चित स्थान नहीं, संघ मुस्लिम ब्रथरहुड के समान ऐसे सवाल किये है। हो सकता है की इनका जवाब देने के साथ संघ की छबि चुनाव से पहले ओर निखारने का प्रयास हो।कहा जाता है की संघ मुख्यालय पर १५ अगस्त या २६ जनवरी को तिरंगा नहीं भगवा झंडा लह्रेराता था। काफी आलोचना के बाद अब इन राष्ट्र दिवस पर तिरंगा झंडा दिखाई देता है. संघ भारत के सेना की बहादुरी की भूरी भूरी प्रशंसा करते नहीं थकते। सेना के कई जवान तिरंगे की आन बान और शान के लिए फना हो जाते है। कश्मीर में उस वक्त वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल चोक पर तिरंगा लहेराने गये थे न की भगवा या केसरी। लाल किल्ले से मोदी तिरंगे को सलामी देते है न की भगवे को। लेकिन संघ के लिए गुरु भगवा है न की तिरंगा। क्या यह तिरंगे का अपमान नहीं कहा जा सकता? भगवे की तुलना में राष्ट्रध्वज को नीचा दिखाना क्या यह सही है ? क्या इसमें कोई राजद्रोह का अपराध बनता है? नहीं बनता। क्योंकि सिया भये कोतवाल अब डर काहे का….संघ की जगह किसी और ने ऐसा कहा होता तो कई जगह प्राथमिकी दर्ज हो चुकी होती। लेकिन संघ के लिए सब माफ़। भारत को जितना हो तो संघ या ओवैसी जैसे लोगो को भगवा या हरे की जगह तिरंगे को अपनाना होंगा। संघ या चरमपंथी कैसे भूल जाते है की तिरंगे के तीन रंगों में भगवा भी है और हरा भी….! संघ को तो तिरंगा बनानेवाले का शुक्रिया अदा करना चाहिए की तिरंगे में भगवे को सबसे ऊँचा स्थान दिया गया है। शांति का रंग सफ़ेद दोनों के बीच है जो की भगवे और हरे रंग्वालो को शायद कह रहा हो की कृपया देश में शांति, चैन और अमन बनाए रखे….! इससे ज्यादा और क्या चाहिए दोनों रंगों के नेताओं को? हिन्दोस्तान का एक ही नारा है। तिरंगा हमारा राष्ट्र ध्वज, आपका कब होंगा….?