त्रिवेन्द्र का पैतृक गांव बनेगा पर्यटक स्थल
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पैतृक गांव खैरासैंण अब पर्यटन विकास के लिहाज से भी चमक बिखेरेगा। 13 जिले-13 पर्यटक स्थल योजना में खैरासैंण को भी शामिल किया गया है, जिसे टिहरी में हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई। इस योजना के तहत सतपुली से लेकर खैरासैंण तक पर्यटन के लिहाज से तमाम गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इस कड़ी में खैरासैंण और सतपुली में पूर्वी नयार नदी में झील बनाकर पर्यटकों को आकर्षित करने की योजना भी है।
कोटद्वार-पौड़ी राजमार्ग पर पूर्वी नयार नदी के तट पर बसे सतपुली कस्बे से महज चार किलोमीटर के फासले पर है खैरासैंण गांव। एक दौर में यहां स्थित राजकीय इंटर कॉलेज क्षेत्र के दर्जनों गांवों के विद्यार्थियों की शिक्षा का मुख्य केंद्र था। पौड़ी जिले के जयहरीखाल विकासखंड की मल्ला बदलपुर पट्टी के अंतर्गत आने वाला पूर्वी नयार नदी से कुछ ही फासले पर बसा खैरासैंण समृद्ध खेती-बाड़ी के लिए भी मशहूर है। मुख्यमंत्री की पहल पर स्वैच्छिक चकबंदी की ओर भी यहां के निवासियों ने कदम बढ़ाए हैं।