पुल की दीवार ढही, कई मीटर बहे दो जवान व एक मजदूर
बरम (पिथौरागढ़) : गोसी नदी में पुल निर्माण के दौरान नदी के कटाव से अचानक एक ओर की दीवार ढह गई। इससे सीमा सड़क संगठन के दो जवानों समेत एक मजदूर नदी की धारा में कई मीटर तक बहे। लहरों ने खुद ही उन्हें जीवनदान देकर किनारे पर फेंक दिया। इसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
मालपा आपदा से पहले तहसील बंगापानी के कनार और बरम में बादल फटने से उफनाई गोसी नदी ने जौलजीवी-मदकोट -मुनस्यारी मार्ग पर मोटर पुल बहा दिया था। इस स्थान पर सीमा सड़क संगठन पुल तैयार कर लिया गया है। शुक्रवार को पुल की फिटिंग को अंतिम रूप देने का कार्य चल रहा था।
ग्रिफ के जवान हरिकृष्णा, नन्दैया और मजदूर नरेंद्र कुमार पुल को फिट करने में लगे थे, इसी दौरान गोसी नदी के कटाव से पुल की दीवार ढह गई और तीनों मलबे के साथ गोसी नदी में बह गए। उनके नदी में बहते ही लोग नदी के किनारे दौडऩे लगे। मजदूर नरेंद्र कुमार नदी में 20 मीटर बहने के बाद किनारे पर आ गया परंतु सिपाही हरिकृष्णा और नन्दैया बहते चले गए।
इसी दौरान नदी की लहरों ने इन जवानों को भी जीवनदान देते हुए उन्हें किनारे की तरफ उछाल दिया। किनारे आते ही जवानों ने पत्थरों की आड़ ली और बाहर आए। इस दौरान दोनों को काफी चोटें आ गईं। गोसी नदी इस स्थान से कुछ मीटर आगे से तीव्र ढलान में बहते हुए लगभग चार सौ मीटर दूर गोरी नदी में मिल जाती है।
दोनों घायल जवानों में हरिकृष्णा उत्त्तर प्रदेश और नन्दैया आंध्र प्रदेश का रहने वाले हैं। जबकि मजबूर नरेंद्र कुमार अस्कोट निवासी है। घायल जवानों को उपचार के लिए 80 किमी दूर जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ भेजा गया है।