धोनी ही नहीं इन 10 क्रिकेटरों को भी मिल चुका है पद्म भूषण सम्मान, जानिए कौन हैं
नई दिल्ली: भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का नाम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पद्म भूषण अवॉर्ड के लिए प्रस्तावित किया है. धोनी दुनिया के इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिनकी कप्तानी में टीम ने तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीती हों. धोनी ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ 300 वनडे खेलने का रिकॉर्ड बनाया था. इसी के साथ वनडे में 100 स्टंपिंग करने वाले वो दुनिया के इकलौते विकेटकीपर भी हैं.
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2007 आईसीसी वर्ल्ड टी20, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है. धौनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पांच मैचों की सीरीज के पहले वनडे में भी एक ऐतिहासिक कारनामा कर दिखाया. इस मैच में उन्होंने मुश्किल हालात में पचासा जड़ा, जो उनके करियर का 100वां इंटरनेशनल पचासा था. धोनी की ही कप्तानी में टीम इंडिया टेस्ट में नंबर-1 बना था. उन्होंने 2014 के अंत में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था. इसी साल की शुरुआत में उन्होंने वनडे और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी.
बीसीसीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, ‘इस फैसले को लेकर बीसीसीआई में कोई मतभेद नहीं था. धोनी की कप्तानी में भारत ने 2011 का वर्ल्ड कप और 2007 का आईसीसी वर्ल्ड ट्वेंटी-20 जीता है. धौनी 10,000 वनडे रन के करीब हैं, 90 से अधिक टेस्ट मैच खेल चुके हैं और इस समय उनसे बेहतर कोई विकल्प हो ही नहीं सकता.’ धोनी को इससे पहले भी खेल रत्न, पद्म श्री और अर्जुन अवॉर्ड भी मिल चुका है. अगर धौनी का नाम पद्म भूषण के लिए चुना जाता है, तो वे ये अवॉर्ड पाने वाले 11वें क्रिकेटर होंगे. धोनी अभी तक 302 वनडे मैच में 9737 रन बना चुके हैं, धौनी का वनडे में औसत 52.34 है. उनके नाम 10 वनडे सेंचुरी हैं.
धोनी से पहले सचिन तेंदुलकर, कपिल देव, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़, चंदू बोर्डे, प्रोफेसर डीबी देवधर, कर्नल सीके नायडू और लाला अमरनाथ को ये सम्मान दिया जा चुका है और दो क्रिकेटर ऐसे हैं जिन्हें ये अवॉर्ड मिला है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं. एक है राजा भलिंदर सिंह ऑफ पटियाला, जिन्होंने 13 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं और दूसरे क्रिकेटर हैं विजय आनंद, महाराजा ऑफ विजयनग्राम. जो 1936 के दौरान इंग्लैंड दौरे में टीम इंडिया के कप्तान रह चुके हैं.