सरकार ने प्रदेश में 5000 लोग होम व फैसिलिटी कोरंटाइन में रखे
देहरादून । कोरोना संक्रमण को कम्युनिटी तक फैलने से रोकने के लिए सरकार ने बाहर से लौटे लोगों पर सख्ती बढ़ा दी है। पांच हजार से अधिक लोगों को होम और फैसिलिटी कोरंटाइन में रखा गया है। रविवार तक कोरंटाइन किए गए लोगों की कुल संख्या 1800 के करीब थी। जिसमें सोमवार को जबदरत्स इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, राज्य में कुल 5165 लोगों को होम और फैसिलिटी कोरंटाइन में रखा गया है।सचिव स्वास्थ्य नितेश झा ने बताया कि राज्य में कोरोना का संक्रमण समाजिक स्तर तक न पहुंच पाए इसके लिए बाहर से आए लोगों की निगरानी बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम के साथ ही कई स्तर पर लोगों की निगरानी बढ़ाई जा रही है। जिला अधिकारियों को भी इस संदर्भ में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।कोरोना संक्रमण की आंशका को देखते हुए राज्य के अस्पतालों में कुल 69 लोगों को भर्ती कराया गया है। इसमें से 47 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। इन सभी का इलाज करने के साथ ही सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना के कुल 43 मरीजों के सैंपल सोमवार को जांच के लिए हल्द्वानी लैब भेजे गए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ अमिता उप्रेती ने बताया कि इन मरीजों में कोरोना जैसे लक्षणों को देखते हुए सैंपल की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के बाद ही पुष्टि हो पाएगी कि इनमें कोरोना वायरस है या नहीं। सोमवार को सबसे अधिक 11 सैंपल सिविल अस्पताल रुडकी से भेजे गए हैं। जबकि 10 सैंपल मेला हास्पीटल हरिद्वार से 10 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। सोमवार को राज्य में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया। रविवार को जिन सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया था उसमें से 18 की रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशालय को मिली। जिसमें किसी भी मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ अमिता उप्रेती ने कहा कि यदि राज्य में लॉकडाउन का पूरा पालन किया गया तो राज्य कोरोना को पहली ही स्टेज में रोकने में कामयाब हो सकता है।