नर्स अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र की आधारशिला
देहरादून, । इस साल इंटरनेशनल नर्सेज डे की थीम ‘स्वास्थ्य एक मानव अधिकार‘ के साथ इंडस्ट्री के विशेषज्ञ मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल में नर्सों के महत्व को उभारने के लिए आगे आए। उनका तर्क था कि नर्स किसी भी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र की आधारशिला होती है। मरीजों की गुणवत्तापूर्ण देखभाल और उनकी सेहत में सुधार के बेहतर नतीजों के लिए नर्सों का होना बहुत जरूरी है। इसका मतलब है कि नर्सों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सीधे मरीजों के स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है। नर्सों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की आवश्यकता को प्रोत्साहित करने के लिए ग्लोबल मेडिकल टेक्नोलॉजी कंपनी बेक्टन डिकिन्सन इंडिया (बीडी) मरीजों और नर्सों की सेहत में देखभाल में प्रमुख भूमिका निभा रही है। इंटरनेशनल नर्सेज डे पर बेक्टन डिकिन्सन कंपनी ने स्वास्थ्य रक्षा में तैनात कर्मचारियों की सुरक्षा के संबंध में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान छेड़ा है। यह अभियान देश भर के 60 अस्पतालों में चलाया गया है। इस अभियान में करीब 5000 हेल्थकेयर प्रोफेशनल शामिल है। इस संगठन ने 400 नर्सिंग हेड को उनके उल्लेखनीय योगदान और प्रयासों के लिए सम्मानित भी किया।भारत में इन्फ्यूजन नर्सेज सोसाइटीज के अध्यक्ष कर्नल बीनू शर्मा ने कहा, “उच्च प्रशिक्षित और प्रतिस्पर्धी प्रोफेशनल मरीजों के स्वास्थ्य की सुरक्षित और गुणवत्तपूर्ण देखभाल में महत्वपूर्ण भूंमिका निभाते हैं। आईएनएस इंडिया का मकसद इंफ्यूजन थेरेपी देने के काम में शामिल हेल्थकेयर प्रोफेशनल के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए नवीन संसाधनों और अवसरों को सामने लाना है। इंटरनेशनल नर्सेज डे पर यह देखना काफी सुखद लगता है कि हमारा कार्य नर्सों को उनकी ड्यूटी के दौरान सुरक्षा देने के उच्चतम मानकों पर आधारित है। इसके अतिरिक्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं, जो मरीजों और उनके स्वास्थ्य की देखभाल में जुटे कर्मचारियों की उन खतरों से सुरक्षा करने में मदद करते हैं, जो गैरजरूरी और असुरक्षित रूप से मरीजों को इंजेक्शन देने के समय स्वास्थ्य कर्मचारियों को होता है।“2016 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार नर्सिंग स्टाफ को सबसे ज्यादा नोट नीडल स्टिक से लगती है।ख्1, नर्सों के काम के दौरान जैसे मरीजों को इंजेक्शन देते समय, ब्लड के सैंपल एकत्र करते समय, मरीजों के शरीर में नीडल लगाते समय और निकालते समय, वेस्ट का निपटारा करते समय, नीडल स्टिक से चोट लगने और संक्रमण की काफी आशंका होती हैं। दुभार्ग्यपूर्ण ढंग से इन सभी संभावित नुकसानों में नर्सों को सबसे ज्यादा खतरा नीडल स्टिक से होता है। संक्रमित इंजेक्शन और दूसरे धारदार मेडिकल उपकरणों से 20 अलग-अलग तरह के रक्त से जुड़े बैक्टीरियल संक्रमण हो सकते हैं।पवन मोचेरला, मैनेजिंग डायरेक्टर- बीडी- भारत एवं दक्षिण एशिया ने कहा, ‘‘बीडी 120 वर्षों की परंपरा और विरासत द्वारा समर्थित है। यह हेल्थकेयर वर्कर सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिये उच्च गुणवत्तायुकत सेफ्टी-इंजीनियर्ड मेडिकल डिवाइसेज के निर्माण में बेमिसाल विशेषज्ञता की पेशकश करता है। एक ऐसी इंडस्ट्री का हिस्सा बनना हमारे लिये सौभाग्य की बात है, जो इंजेक्शन, सैम्पल कलेक्शन, इंफ्यूजन थैरेपी, सर्जरी एवं डिस्पोजल में सॉल्यूशन्स के सर्वाधिक समग्र पोर्टफोलियो की पेशकश करता है। अंतरराष्ट्रीय नर्सेज डे (अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस) पर हम हेल्थकेयर वर्कर्स को ऐसी तकनीकों से सुसज्जित करने के लिये सेहत की दुनिया को उन्नत बनाने के हमारे उद्देश्य द्वारा प्रोत्साहित हैं, जो क्वालिटी पेशेंट केयर देते समय संक्रमण से बचाव में मदद करते हैं।‘‘ नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मिस पामेला गैरिसन ने कहा, “मरीजों की देखभाल करते समय नर्सों के सामने आने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों को कम करने के लिए सुरक्षा के तय मानकों और प्रोटोकॉल का पालन करने की जरूरत होती है। नीडल स्टिक से लगने वाली चोटों से बचाव के लिए इंजेक्शन को सुरक्षित ढंग से मरीजों को देने के सुनियोजित शिक्षा कार्यक्रमों को लागू करना चाहिए। इसके अलावा उन हालात की भी पहचान की जानी चाहिए, जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारियों को नीडल स्टिक से चोट लगने का खतरा रहता है। इसके लिए पंक्चर प्रतिरोधक इंजेक्शन डिस्पोजल कंटेनर का इस्तेमाल कर नीडल स्टिक की चोट से स्वास्थ्य कर्मचारियों का बचाव किया जा सकता है। इंरटनेशनल नर्सेज डे पर बीडी के साथ सेलिब्रेशन हमारी यह प्रतिबद्धता व्यक्त करता है कि नर्सों की सेहत हमारे लिए प्राथमिकता है।“