किशोर ने स्वास्थ्य सेवाओं पर उठाए सवाल
देहरादून, । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व उनके परिवारजनों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ कामना की है। इसके साथ ही उन्होंने सीएम को पत्र लिख कर प्रदेश की लचर स्वास्थ्य सेवाओं पर गम्भीर सवाल उठाये हैं।उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा है कि आपके अस्वस्थ होने का समाचार मीडिया के विभिन्न माध्यमों से मिला। जानकारी मिली कि आप, आपकी सहधर्मिणी और सुपुत्री भी कोविड-19 से संक्रमित हो गये हैं। यह हम सबके लिये चिन्ता का विषय है। जगत जननी मां श्री राजराजेश्वरी से विनती है कि वे आप सभी को इस संक्रमण से शीघ्र मुक्त करें। आप सपरिवार दीर्घायु हों और सदैव सुखी व स्वस्थ रहें। उपाध्याय ने सीएम को सम्बोधित करते हुए कहा है कि यघपि यह पत्र लिखते हुये मुझे संकोच हो रहा है। राज्य का स्वास्थ्य सेक्टर, जिस पर प्रदेश के लोगों की जान बचाने का सबसे महत्वपूर्ण दायित्व है और जान से बड़ी तो कोई और चीज है ही नहीं, जान है तो, जहान है। इस प्रदेश का इससे बड़ा क्या दुर्भाग्य होगा कि उसके सबसे बड़े ओहदेदार को अपने इलाज के लिये दिल्ली जाना पड़े। संभवतः स्वास्थ्य विभाग आज के दिन भ्रष्टाचार आदि के मामलों में जनता के सामने क्या छवि प्रस्तुत कर रहा है। उसका आप स्वस्थ होने पर आंकलन करेंगे, मेरी गुजारिश है। एम्स ऋषिकेश नियुक्तियों में भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड सम्भवतः तोड़ चुका है। वहां की व्यवस्था की निष्पक्ष एजेन्सी से जाांच जरूरी है। जिससे उत्तराखंडियों के घर बर्बाद होने से बच सकें।21 वर्ष के वयस्क राज्य की स्थिति पर क्या कहा जाय, शब्द नहीं मिल पा रहे हैं। आप प्रदेश के मुखिया हैं, इसलिये आपको दिल्ली एम्स में एडमीशन मिल गया। टिहरी का मरणासन्न मरीज इस भयंकर ठण्ड में एक हफ्ते फुटपाथ पर रहा। कई बड़े आदमियों से पुरजोर सिफारिश के बाद भी उसको एमरजेंसी में बेड नहीं मिला। टिहरी का जिक्र इसलिये भी कर रहा हूँ कि पर्वतीय क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा से आप वाकिफ हैं। टिहरी का तो बहुत ही बुरा हाल है, वैसे तो पूववर्ती टिहरी राज्य की हर क्षेत्र में दुर्दशा है। कहा कि यह पत्र मैं पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री या पूर्व प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से नहीं, अपितु उत्तराखंड के एक साधारण निवासी की हैसियत से लिख रहा हूँ। आप शीघ्र स्वस्थ हों और उसके उपरान्त सूबे के स्वास्थ्य मन्त्री और मुख्यमन्त्री होने के नाते मेरी इस चिट्ठी पर ध्यान देंगे तो आपका और प्रदेश दोनों का लाभ होगा।