मृत सफाई कर्मियों के परिजनों को 50 लाख मुआवजा दे सरकार: स्वराज इंडिया
नई दिल्ली । राजधानी में सीवर की सफाई के दौरान पिछले 37 दिनों में 10 सफाई कर्मचारियों की मौत पर स्वराज इंडिया ने दुख जताया है। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने मृतक के परिजनों को 50-50 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की मांग की है।
लापरवाही और नियम कानूनों का उल्लंघन
यादव ने कहा है कि इन सभी घटनाओं की मुख्य वजह सरकारी लापरवाही और नियम कानूनों का उल्लंघन है। पार्टी ने मांग रखी कि जब तक पूरी तरह मशीनों से सीवरों की सफाई सुनिश्चित न हो तब तक किसी भी सफाई कर्मचारी को बिना उचित सुरक्षा उपायों के सीवर के अंदर न जाने दिया जाए। यह काम भी ठेका प्रथा खत्म कर नियमित सरकारी कर्मचारियों द्वारा ही करवाया जाए।
पल्ला झाड़ लेती है दिल्ली सरकार
योगेंद्र यादव ने दिल्ली सरकार पर अपने खुद के किए वादे तथा न्यूनतम जिम्मेदारियों से भागने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी सीवर दिल्ली जल बोर्ड के अधीन हैं, इनकी सीधे तौर पर जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है। ऐसे हर मामले में सरकार यह कहकर पल्ला झाड़ लेती है कि मृत सफाई कर्मी ठेके पर काम कर रहे थे।
सुरक्षा उपकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश
मालूम हो कि 25 मई 2016 को हाई कोर्ट ने भी सीवर की सफाई में लगे कर्मियों के संबंध में एक अहम फैसला दिया था। नेशनल कैंपेन फॉर डिग्निटी ऐड राइट्स ऑफ सीवरेज ऐड एलाइड वर्कर्स के इस मामले में अदालत ने दिल्ली सरकार के अधीन जल बोर्ड के सीईओ को सीवर सफाई कर्मचारियों के लिए हर हाल में सुरक्षा उपकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया था। वर्ष 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्देश दिया था कि सीवर लाइन के अंदर होने वाली इन सभी मौत में कम से कम 10 लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिया जाए।