खाकी को कामयाबी : 22 लाख ठगने वाला शातिर नाइजीरियन पहुंचा सलाखों के पीछे
देहरादून,। मुंबई से गिरफ्तार किए गए नाइजीरियन साइबर क्रिमिनल को गुरुवार को देहरादून की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। नाइजीरियन ठग पर देहरादून एक शख्स से 22 लाख की साइबर धोखाधड़ी का आरोप है। उत्तराखंड एसटीएफ ने दो दिन पहले 27 जुलाई को नाइजीरियन ठग रोबिन को मुंबई से गिरफ्तार कर वहां की स्थानीय कोर्ट में पेश किया था। मुंबई की कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के उपरांत ठग को बुधवार देर रात देहरादून लाया गया था। उत्तराखंड एसटीएफ के अनुसार नाइजीरियन ठग रोबिन से पूछताछ में जो जानकारी सामने आई, उसमें पता चला है कि इसके द्वारा फेसबुक पर विदेशी महिला के नाम पर पहले दोस्ती का प्रस्ताव भेजा जाता था। फिर खुद को विदेशी कंपनी की कर्मचारी बताकर लगातार अपनी बातों में फंसाकर देशभर में मोंगोगो जंगली नट बीज खरीद कर उन्हें विदेशी कंपनियों को बेचकर भारी मुनाफा कमाने का लालच दिया जाता था। फिर मुंबई से सामान खरीदने के नाम पर अलग-अलग बैंकों के खातों में लोगों से पैसा ट्रांसफर कर साइबर फ्रॉड किया जाता था। उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक देहरादून निवासी राकेश चंद्र बहुगुणा द्वारा बीते दिनों साइबर पुलिस स्टेशन में तहरीर देकर 22 लाख 39 हजार की साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। शिकायतकर्ता ने प्रार्थना पत्र में बताया था कि उनकी फेसबुक में किसी अनजान विदेशी महिला से पहले दोस्ती हुई। महिला द्वारा खुद को विदेशी कंपनी में कार्यरत बताया गया। महिला ने फेसबुक चैटिंग में बताया कि उनकी कंपनी मुंबई स्थित एक व्यापारी से मोंगोगो जंगली नट बीज खरीद कर उसमें भारी मुनाफा कमा रही है। विदेशी महिला की बातों में आकर लालच में उन्होंने मुंबई के उसी व्यापारी और उनकी फर्जी कंपनी के ईमेल के जरिये इन्वेस्टमेंट वाली औपचारिकताएं पूरी कराईं। शिकायतकर्ता के मुताबिक कथित विदेशी महिला के झांसे में आकर उन्होंने मुंबई स्थित व्यापारी से संपर्क कर मोंगोगो जंगली नट बीज खरीदने के नाम पर 22 लाख 39 हजार रुपये महिला द्वारा बताए गए बैंक के अलग-अलग खातों में जमा कराए। लेकिन कुछ दिन बाद यह पूरा मामला साइबर धोखाधड़ी के रूप में सामने आया।