दिल्ली: सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल टली, मरीजों को राहत
नई दिल्ली । दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में बुधवार को होने वाली हड़ताल टल गई है। रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा बनाए गए दबाव के आगे झुकते हुए दिल्ली सरकार ने मंगलवार को उनकी कुछ मांगों को स्वीकार कर लिया।
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) और दिल्ली सरकार के अधिकारियों के बीच बैठक के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल पर न जाने का फैसला किया।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने ओपीडी का समय दो घंटा बढ़ाने का आदेश दिया था, जिसके बाद रेजिडेंट डॉक्टर इस फैसले का विरोध कर रहे थे।
इन मांगों पर बनी सहमति
-रजिस्ट्रेशन का टाइम एक घंटा कम किया जाएगा।
-दोपहर 12:30 बजे के बाद किसी भी समय 45 मिनट का लंच ब्रेक होगा।
-दूसरा ब्रेक भी 10 से 15 मिनट लिया जा सकता है।
-दिसंबर के पहले हफ्ते में ओपीडी के समय को लेकर समीक्षा होगी और हो सकता है कि ओपीडी सुबह 9 बजे से शुरू हो।
-ऑफिशियल टाइमिंग सुबह 8 बजे से शाम 3 बजे तक होगी। तमाम मुद्दों को लेकर अगली समीक्षा बैठक नवंबर के आखिरी हफ्ते में होगी।
यहां पर बता दें कि दिल्ली सरकार के अपने अस्पतालों में ओपीडी की कार्य अवधि को बढ़ाने के फैसले का विरोध कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने बुधवार से आउटडोर सेवाओं का बहिष्कार करने का एलान किया था।
सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने कहा था कि अगर उनकी समस्याओं को नहीं सुना गया तो वे आपातकालीन सेवाओं को भी ठप कर देंगे।
इससे पहले दिल्ली सरकार ने नौ अक्तूबर के अपने आदेश में यह कहते हुए ओपीडी की अवधि बढ़ा दी थी कि इससे अधिक-से-अधिक मरीजों को समय मिल सकेगा और अस्पतालों में भीड़ कम हो सकेगी।
ओपीडी का समय अब सुबह के आठ बजे से लेकर दोपहर के बाद दो बजे तक हो गया है। यह पहले सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक था।
News Source: jagran.com