राजस्थान में प्रदेश की सियासत गरमाई
जयपुर. । मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा के दौरान जोधपुर के पीपाड़ में पत्थरबाजी, नारेबाजी और काले झंडे दिखाए जाने की घटना के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है।
भाजपा के लोगों ने काले झंडे दिखाए रू मेरे ऊपर लगाया गया आरोप भाजपा का राजनीतिक स्टंट है। आरोप में दम नहीं है। आईजी पुलिस ने कहा है कि कोई पत्थरबाजी नहीं हुई है। मीटिंग शांतिपूर्ण हुई। जिन लोगों ने नारेबाजी की या काले झंडे दिखाए वे भाजपा के लोग थे। मैंने सुना है कि पीपाड़ में ७ दिन तक धरना और भूख हड़ताल हुई। उसके आक्रोश में लोगों ने नारेबाजी की। वसुंधराजी की इतनी हिम्मत कैसे हो गई कि वे मुझे कह रही हैं यह मेरे इशारे पर हुआ। उन्हें मालूम है कि जब मैं मुख्यमंत्री था तब वाजपेयी जी की रैली थी। मैंने उन लोगों को गिरफ्तार करवाया था जो आज उनके चहेते हैं। जालोर, पाली में लोगों ने इनकी हालत खराब कर दी। तब मैंने पुलिस की व्यवस्था की। वसुंधराजी जो महारानी साहिबा हैं, अभी तक घमंड में चल रही हैं। वे इस तरह के आरोप लगाती हैं कि किसी भी तरह से सहानुभूति बटोर करके वोट कैसे ले लूं। हम इस घटना की निंदा करते हैं। यात्रा के दौरान अगर किसी ने पत्थर फेंके हैं तो यह निंदनीय कृत्य है। मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। घटनाक्रम में शामिल लोग कांग्रेस के नहीं हो सकते, हो सकता है यह भाजपा की ही चाल हो। लोकतंत्र हमेशा सहनशक्ति के जरिए चलता है। दृअशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री
इधर, पथराव करने वालों ने गहलोत के नारे लगाए, यह शर्मनाक है: राठौड़
सीएम वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा में व्यवधान पहुंचाने की कोशिशों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। राजस्थान में ऐसा कृत्य पहले कभी नहीं हुआ। कांग्रेस का लोकतंत्र से विश्वास उठ गया है। इसलिए कांग्रेस के नेता कुछ नौजवानों को भटकाव में लेकर ओछे हथकंडे अपनाकर राजस्थान की गंगा जमुनी तहजीब को खराब करने का काम कर रहे हैं। राजस्थान गौरव यात्रा की मेवाड़ में ऐतिहासिक सफलता के बाद जोधपुर संभाग में मिल रहे अपार जन-समर्थन से कांग्रेस के नेताओं में खलबली मच गई हैं, जिससे कांग्रेसी नेता यात्रा के सामने भोंडा प्रदर्शन कर यात्रा को बाधित करने का काम कर रहे हैं। राजस्थान गौरव यात्रा जनसमर्थन एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के दुगने जोश से अब जनयात्रा में तब्दील हो चुकी हैं। कांग्रेस के नेताओं को गौरव यात्रा की सफलता पच नहीं रही हैं। राजपूत समाज के साथ विभिन्न समाज भाजपा में आस्था रखते हैं, समाजों के भाजपा को समर्थन से कांग्रेस नेता बौखला रहे हैं, विपक्षियों द्वारा प्रदेश में समाजों को बांटने की राजनीति करने का पुराना इतिहास रहा हैं, जबकि भाजपा ने छत्तीस कौमों के विकास पर ध्यान दिया हैं। घ्-राजेंद्र राठौड़, पंचायतीराज मंत्री
पत्थरबाजी करना गलतः धारीवाल
पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं को तो ऐसी घटनाओं से बचना चाहिए। पत्थरबाजी की यह घटना गलत है। ऐसी घटनाएं कभी राजस्थान में हुई नहीं है। यह शर्मनाक है। मेरी सूचना के अनुसार मुख्यमंत्री की यात्रा पर जो पथराव हुआ, उसमें कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता शामिल नहीं था। अगर कोई शामिल होता है तो वह शर्मनाक बात होगी।
हिंसा फैलाना गलत परंपरा है : मीणा
राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि जोधपुर के कुछ इलाकों में रथ यात्रा के विरोध की घटनाएं गलत हुईं हैं। लोकतंत्र में विरोध सबका अधिकार है, लेकिन राजनीति में हिंसा का इस्तेमाल होना लोकतंत्र के लिए जायज नहीं। यात्रा सीएम राजे के नेतृत्व में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही थी, लेकिन कांग्रेस व अन्य संगठनों के लोगों ने हिंसा फैलाकर व्यवधान डालने की कोशिश की। यह गलत परंपरा है।