उत्तराखण्ड में ईकोलॉजी और इकोनोमी में समन्वय की दिशा में काम कर रही राज्य सरकारः सीएम
देहरादून, । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नीति आयोग द्वारा आयोजित नवोन्मेशी कृशि कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में ईकोलॉजी और इकोनोमी में कैसे आदर्ष समन्वय हो, इस दिषा में राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने राज्य में सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जी.ई.पी) को लागू किया है, जो जी.डी.पी को निर्धारित करने के प्रचलित मॉडल के साथ लागू किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नेषनल हॉर्टिकल्चर मिषन के अन्तर्गत विश्व स्तरीय पौधषालाओं की स्थापना, चाय के विकास के लिए उत्तराखण्ड की चाय को वैश्विक पहचान दिलाने, जल संरक्षण हेतु काष्तकारों को प्रोत्साहित कर रेन हार्वेस्टिंग टैंकों के व्यापक स्तर पर निर्माण एवं सब्जी और पुश्प उत्पादन हेतु पॉलीहाउस को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किये जा रहे है। जिसमें नीति आयोग एवं केन्द्र सरकार से मदद ली जायेगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्राकृतिक कृशि के उत्थान एवं उसके विविध आयामों पर कार्य करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। उत्तराखण्ड सरकार राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृशि विश्वविद्यालयों को प्रेरित कर रही है। कृशि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से काष्तकार इससे जुड़ेगे। रासायनिक खेती से प्राकृतिक खेती राज्य के विजन डॉक्यूमेंट का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द एक टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा। जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स को षामिल कर उत्तराखण्ड में प्राकृतिक खेती में आगे बढ़ाया जायेगा। हमें अपनी कृशि व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी खेती को तमाम हानिकारक रसायनों से बचाना होगा। जिससे काष्तकार भी सम्पन्न हो सकें और ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ आधारित कृशि व्यवस्था लागू हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक कृशि हजारों वर्शों से हमारी परंपरा का हिस्सा रही है। पर्यावरण को बचाये रखने के लिए हमें प्रकृति की षरण में जाना ही होगा। उत्तराखण्ड में कृशि एवं उद्यान आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम काषीपुर में स्टार्टअप हब बनाया जा रहा है। कृशि एवं उद्यान के अन्तर्गत राज्य में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाये जायेंगे। राज्य में नेषनल मिषन फॉर फूड प्रोसेसिंग के अन्तर्गत फल, सब्जियों के प्रसंस्करण के लिए पृथक नोडल ईकाई का गठन कर वेल्यू एडिषन एवं फूड प्रोसेसिंग आधारित संरचना का विकास किया जायेगा। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से कृशि मंत्री भारत सरकार नरेन्द्र सिंह तोमर, पुरूशोत्तम रूपाला, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान, आन्ध्र प्रदेष के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी, हिमाचल प्रदेष के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, सदस्य नीति आयोग डॉ. नीलम पटेल उपस्थित थे।