उप्र के सपा विधायक ने पौड़ी में किया सरेंडर, भेजा जेल
पौड़ी : अपहरण के मामले में वांछित उत्तर प्रदेश में सपा विधायक मनोज कुमार पारस ने यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने आरोपी को जेल भेज दिया। सपा विधायक पर करीब चार साल पहले बिजनौर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में तत्कालीन सदस्यों को अगवा करने का आरोप है।
मामला जनवरी, 2013 में उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उपचुनाव से जुड़ा है। तब जिला पंचायत के कुछ सदस्यों ने चुनाव में भागीदारी न करने के चलते उत्तराखंड का रुख कर लिया था। वे यहां जनपद पौड़ी के लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र स्थित एक रिसॉर्ट में ठहरे थे।
आरोप है कि 17 जनवरी, 2013 की मध्यरात्रि उत्तर प्रदेश की तत्कालीन सपा सरकार के एक कैबिनेट मंत्री और विधायक करीब सौ से अधिक लोगों के साथ लालबत्ती लगी गाड़ियं में रिसॉर्ट में आ धमके। यहां ठहरे जिला पंचायत सदस्यों को आंतकित कर वे उन्हें हथियारों के बल पर अगवा करके साथ ले गए।
अगले दिन यानि 18 जनवरी को बिजनौर निवासी रोहित कुमार ने इस संबंध में लक्ष्मणझूला थाने में तहरीर दी। इसके आधार पर पुलिस ने तत्कालीन सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री मूलचंद समेत दस को नामजद किया था।
सपा विधायक मनोज कुमार पारस भी इसमें शामिल रहे। तब से वह पुलिस की पकड़ से बाहर थे। मंगलवार को नगीना से सपा विधायक ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में समर्पण कर दिया। उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री और उनके बेटे समेत कुछ आरोपी पहले ही अदालत में समर्पण करन के बाद जमानत पर चल रहे हैं।