सोनू सूद का मुरीद हुआ उत्तराखंड

देहरादून । उत्तराखंड के चमोली जिले में आई आपदा से कई लोग बेघर हो गए हैं तो कई श्रमिकों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ा। यहीं नहीं,सरकारी आंकड़ों की मानें तो आपदा के बाद 204 लोग लापता हो गए थे। सेना, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,आईटीबीपी, बीआरओ आदि के जवान लापता लोगों की तलाश में दिन-रात एक कर रहे हैं लेकिन, चिंता की बात है त्रासदी के 12 दिन बाद भी 174 श्रमिकों का कुछ पता नहीं है। ऐसे में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने एक बार फिर मिसाल पेश की है। कोरोनाकाल में देशभर में फंसे लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने की मदद से कई लोग उनके कायल हो गए थे। समाज सेवा में हमेशा आगे रहने वाले सूद ने त्रासदी में एक पीड़ित परिवार के बच्चों को गोद लेने का फैसला लिया है। टिहरी जिले की दोगी पट्टी में रह रहे एक परिवार की मदद को हाथ बढ़ाए हैं। इस परिवार की चार बच्चियों को उन्होंने गोद लिया है। आपदा में इन बच्चियों के पिता की मौत हो गई थी।बता दें कि आलम सिंह (45) विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना से जुड़ी ऋत्विक कंपनी में इलेक्ट्रीशयन के पद पर कार्यरत थे। आपदा में आलम परियोजना की टनल के भीतर काम करने गए थे, लेकिन उसके बाद लौटे नहीं। आठ दिन बाद मलबे में दबा उनका शव मिला तो परिवार पर मानो दुख का पहाड़ टूट आया। इकलौते कमाऊ सदस्य की असमय मौत से उनकी पत्नी के कंधों पर अपनी और चार मासूम बच्चों आंचल (14), अंतरा (11), काजल (08) व दो वर्षीय अनन्या की जिम्मेदारी का बोझ आ गया। इस बीच सिने अभिनेता सोनू सूद देवदूत बनकर सामने आकर उन्होंने पहल की है। सोनू सूद ने आलम सिंह के चारों बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई का खर्च उठाने का भरोसा दिया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक प्राकृतिक आपदा में लापता कुल 204 लोगों में से अब तक कुल 61 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए जा चुके हैं। इनमें 34 की शिनाख्त हो चुकी है। 27 शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। अभी 143 लोग लापता हैं। लापता समस्त लोगों के सम्बन्ध में कोतवाली जोशीमठ में अब तक कुल 179 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है। तपोवन में विष्णुगाड हाइड्रो प्रोजेक्ट की मुख्य टनल और ऋषिगंगा के आसपास रेस्क्यू जारी है।

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