मलिन बस्तीवासियों ने सड़कों पर किया प्रदर्शन

देहरादून, । मलिन बस्ती वासियों ने मलिन बस्तियों के विनियमितीकरण व पुनर्व्यस्थापना और नोटिस निरस्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस के साथ मिलकर राजधानी देहरादून में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। उन्होंने नगर निगम कार्यालय में जमकर हंगामा किया। नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र ही नोटिसों को वापस लिये जाने की मांग की। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि यदि मलिन बस्तियों में जेसीबी चलेगी को वह सबसे पहले उनके ऊपर से होकर गुजरेगी।देहरादून, । मलिन बस्ती वासियों ने मलिन बस्तियों के विनियमितीकरण व पुनर्व्यस्थापना और नोटिस निरस्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस के साथ मिलकर राजधानी देहरादून में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। उन्होंने नगर निगम कार्यालय में जमकर हंगामा किया। नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र ही नोटिसों को वापस लिये जाने की मांग की। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि यदि मलिन बस्तियों में जेसीबी चलेगी को वह सबसे पहले उनके ऊपर से होकर गुजरेगी। कांग्रेस कार्यकर्ता व मलिन बस्तीवासी परेड ग्राउंड में इकट्ठा हुए, वहां से उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ रैली निकालकर नगर निगम के लिए कूच किया। वहां पर उन्होंने प्रदेश सरकार व नगर निरगम प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने नगर निगम द्वारा भेजे गए नोटिसों का कड़ा विरोध किया। इस बीच प्रशासन की ओर से वहां पर भारी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया गया। इस अवसर पर नगर निगम में समर्थकों ने पूर्व विधायक राजकुमार को कंधे में उठाकर वहां भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अतिक्रमण अभियान का विरोध किया। इस दौरान पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि अकेले देहरादून शहर में 129 मलिन बस्तियां हैं जबकि प्रदेश में 582 मलिन बस्तियां हैं, जो नगर पालिका, नगर निगम से सूचीबद्ध तथा मान्यता प्राप्त हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान मलिन बस्तीयों के सुधार, विनियमितीकरण, पुनर्व्यस्थापना विधेयक 2016 में पारित किया था, जिसको पांच अगस्त 2016  राज्यपाल ने भी अपनी स्वीकृति प्रदान की थी। उनका कहना है कि इसके तहत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने मलिन बस्ती वासियों को मालिकाना हक देना शुरू कर दिया था। मलिन बस्तियों के रख रखाव के लिए 400 करोड़  प्रावधान भी किया गया था। उनका कहना है कि मलिन बस्तियों में आधारभूत जनसुविधा उपलब्ध कराने हेतु विभागों से निर्माण कार्य भी करवाए गए हैं। इन बस्तियों को तोड़ना जनहित में उचित नहीं होगा। उनका कहना है कि इसमें कोई कार्रवाई होती है, तो लाखों लोग बेघर हो जाएंगे। जिन मलिन बस्तियों को अतिक्रमण के तहत हटाने के लिए नोटिस दिया गया है, उसे तत्काल निरस्त किया जाए। साथ ही मलिन बस्तियों को हटाने की कार्रवाईघ्को तत्काल विराम दिया जाए। ऐसा नहीं होता हैघ्तो सभी मलिन बस्ती के लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे। राजकुमार ने 2016 में मलिन बस्तियों के विनियमितीकरण को लेकर बने कानून को लागू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में नगर आयुक्त और डीएम के नाम ज्ञापन प्रेषित किया गया लेकिन आज तक इस ओर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो पाई है और सरकार लगातार मनमानी करने पर उतरी हुई है। इस अवसर पर नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र ही उचित कार्यवाही किये जाने की मांग की गई। रैली में कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, सोमपाल वाल्मीकि, अर्जुन सोनकर, प्रकाश नेगी, जहांगीर खान, दिनेश भंडारी, तजेन्द्र कौर, जितेन्द्र कौर, दीपा चौहान, मुकेश कुमार, इस दौरान जहीर अहमद, गोपाल, मनीष, मीना बिष्ट, चंदू लाल, अरविंद, प्रवीण, राकेश कुमार आदि शामिल रहे।  

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