उत्तराखंड के चमोली में फ्रांस के सहयोग से होगी स्कीईंग: महाराज
देहरादून : उत्तराखंड सरकार चमोली के गोरसों व वेदनी बुग्याल को फ्रांस के सहयोग से स्कीईंग डेस्टीनेशन के रूप में विकसित करेगी। इसके लिए सितंबर व अक्टूबर के बीच उत्तराखंड सरकार और फ्रांस के शैमोने की क्लस्टर मोंटेंग कंपनी के बीच करार होगा। इतना ही नहीं फ्रांस की यह कंपनी जोशीमठ के औली में रोप वे व बर्फ बनाने की मशीन की रिपेयरिंग का काम भी करेगी।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फ्रांस व जर्मनी के दौरे में उनकी कई कंपनियों से बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि फ्रांस के शिमौने का भूगोल उत्तराखंड के जोशीमठ की तरह है। यहां की कंपनी क्लस्टर मोंटेंग से विंटर डेस्टिनेशन के संबंध में मुलाकात हुई है।
यह कंपनी सिक्किम और गुलमर्ग में भी काम कर रही है। उन्होंने यहां काम करने की इच्छा जताई है। प्रदेश सरकार की मंशा इनके सहयोग से गोरसों व वेदनी बुग्याल को आपस में कनेक्ट कर स्कीईंग डेस्टीनेशन के रूप में विकसित करने की है।
मकसद यह कि इस स्थान पर वर्ष भर पर्यटन गतिविधियों को संचालित किया जा सके। इसके लिए सितंबर-अक्टूबर को फ्रेंच दूतावास में एक बैठक प्रस्तावित है। इस बैठक में फ्रांस के राजदूत, शैमोने के मेयर व क्लस्टर मोंटेंग कंपनी के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
इस बैठक में वेदनी व गोरसों को स्कीईंग डेस्टिनेशन बनाने के विषय में करार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी कंपनी ने औली में स्नो स्कीईंग का प्लेटफार्म भी बनाया है। उन्होंने इसे ठीक करने का भी आश्वासन दिया है। सचिव पर्यटन मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाई जाएगी। कोशिश यह रहेगी कि इसे पीपीपी मोड पर बनाया जाए। जरूरत पड़ने पर इसमें विदेशी सहयोग भी लिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग का करार किया जा सकता है। इसके तहत फ्रांस के बाहरी सहायता के लिए दिए जाने वाले फंड का इस्तेमाल इसमें किया जा सकता है।
पनडुब्बी से झील दर्शन
पर्यटन मंत्री ने इस दौरान विदेशों में पनडुब्बी के जरिए समुद्र के भीतर कराए जाने वाले पर्यटन की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की टिहरी झील और आने वाले समय में पिथौरागढ़ के पंचेश्वर बांध में इस योजना को सफलतापूर्वक चलाया जा सकता है। इसके लिए नौसेना के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।