शॉर्टकट कामयाबी को शॉर्ट करताः गडकरी
देहरादून, । केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ज्ञान के साथ विश्वसनीयता, ईमानदारी और सद्भावना का संयोग सफलता के रास्ते खोल देता है। श्री गडकरी ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। श्री गडकरी को ग्राफिक एरा ने नये हाईवे और वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस निर्माण, पर्यावरण अनुकूल परिवहन और यातायात में डिजीटल इनोवेशन के क्षेत्र में अमूल्य कार्यों के लिए डॉक्टर ऑफ साईंस की उपाधि से अलंकृत किया गया। केंद्रीय मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी की उपाधियां पाने वाले छात्र छात्राओं से सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जीवन में शॉर्ट कट को न अपनाये, शॉर्ट कट कामयाबी को शॉर्ट कर देगा। जीवन में अनेक कठिनाइयों, असफलताओं और विरोधाभासों का सामना होगा, लेकिन इनसे विचलित होने के बजाय सबक लेना चाहिये। युवा देश का भविष्य हैं, उनमें इतनी क्षमताएं हैं कि जिस क्षेत्र में कार्य करेंगे, उसमें सफलता हासिल कर सकते हैं।
श्री गडकरी ने कहा कि आज सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि मूल्य आधारित ज्ञान आवश्यक है। ग्राफिक एरा केवल ज्ञान देने वाला विश्वविद्यालय नहीं है, बल्कि उन्हें वैल्यू से भी जोड़ता है। डॉ घनशाला की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे बच्चों को ज्ञान देने के साथ ही अच्छा इंसान भी बना रहे हैं।उन्होंने कहा कि ये उपाधि दरअसल समाज के प्रति जिम्मेदारी है। जीवन में सफल होने के बाद में लोगों के प्रति संवेदनाएं कायम रखनी चाहियें और आदर्शों को जीवित रखना जरूरी है। भारत के युवा शोध, बड़ी उद्यमियता के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। युवाओं में सामाजिक नेतृत्व का कौशल बढ़ रहा है। भूटान के पीएम के भाषण का उल्लेख करते हुए छात्र छात्राओं से डोमेस्टिक हैप्पी ह्यूमन इंडेक्स बढ़ाने का आह्वान किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रस्ताव दें, तो देहरादून में हवा में चलने वाली डबल डेकर बस चलवा देंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों में ऐसी प्रतिभा होती है कि वे समस्याओं को अवसरों में बदल देते हैं। छात्रों को ऐसी ही राह पर चलना चाहिए। इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अवसरों को समस्या बना देते हैं, ऐसे लोगों से बचना चाहिये। फाइनेंसियल ऑडिट होता है, परफोर्मेंस का भी ऑडिट होना चाहिए। जो परफोर्म नहीं करते उनकी छुट्टी कर देनी चाहिए। श्री गडकरी ने अपने जीवन का सबसे अच्छा काम रिक्शा चलाने वाले एक करोड लोगों और कंधों से रिक्शा खींचने वाले 50 लाख लोगों को इस कष्टदायी मजदूरी से निजात दिलाने को अपने जीवन का सबसे बड़ा काम बताया। मैकेनाइज्ड ई-रिक्शा के जरिये उन्होंने डेढ करोड लोगों को रोजी सलामत रखते हुए इससे छुटकारा दिलाया है। उन्होंने युवाओं से कहा कि केवल खुद को खुशी देने वाली सफलता, वास्तविक सफलता नहीं होती। सफलता वह है जिससे दूसरों को भी खुशी मिले। इसके लिए टीम भावना से कार्य करना जरूरी है। मुख्य अतिथि श्री गडकरी ने राखी घनशाला, हेमानी सेमवाल, सविता नेगी, वर्तिका अग्रवाल और अनिल रतूड़ी को पीएचडी की उपाधियों से अलंकृत किया।