आपातकाल को लेकर राहुल गांधी पर शिवराज सिंह चैहान का पलटवार
भोपाल । राहुल गांधी के भारत में लोकतंत्र खत्म होने वाले ट्वीट पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने पलटवार किया है. उन्होंने आपातकाल को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, श्श्जिन्होंने लोकतंत्र का गला घोंटा, लोकतंत्र समाप्त कर आपातकाल लगाया, हजारों लोगों को जेल में डालकर अनेक परिवार तबाह किए. लोगों के लिखने-पढ़ने पर प्रतिबंध लगा दिए. वही लोग आज भारत में लोकतंत्र न होने की बात करते हैं तो हंसी भी आती है और उनकी सोच पर दया भी आती है. राहुल जी में क्षमता नहीं है इसलिए वे दूसरों को दोष देते हैं। शिवराज सिंह चैहान ने राहुल गांधी से पूछा कि अगर भारत में लोकतंत्र समाप्त हो चुका है तो कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सरकार कैसे बना ली. छत्तीसगढ़, राजस्थान में हुए चुनावों में जीत कैसे हासिल कर ली. देश में जिस जगह भी कांग्रेस की सरकार है क्या वह लोकतंत्र के विलुप्त होने के कारण बनी है? जिनमें क्षमता नहीं होती वे दूसरों पर सवाल खड़े करते हैं. कांग्रेस की स्थिति भी आज ऐसी ही हो गई है. सौ-सौ चूहे खाकर बिल्ली हज करने जा रही है।केरल कांग्रेस के कद्दावर नेता पीसी चाको ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र पूरी तरह समाप्त हो चुका है. सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी का करीबी होने के बावजूद पार्टी में मेरी बात सुनने वालो कोई नहीं है. इसके अगले ही दिन राहुल गांधी ने एक स्वीडिश एजेंसी की रिपोर्ट का हवाल देते देश में लोकतंत्र समाप्त होने की बात ट्वीट कर दी. स्वीडन के वी-डेमोक्रेसी इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्रिक देश के दर्जे से हटाकर चुनावी तानाशाही वाला राष्ट्र बताया है। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि क्या राहुल गांधी या किसी विदेशी रिपोर्ट के कहने से भारत एक ऑटोक्रेटिक देश हो जाएगा. जब भारत को पाकिस्तान से भी बदतर बोला जाता है तो राहुल गांधी तुरंत इंडोर्स कर देते हैं. ऐसे क्यों होता कि भारत को नीचा दिखाने में राहुल गांधी को इतना आनंद आता है. पात्रा ने ट्वीट कर कहा कि अगर राहुल गांधी को लगता है कि हिंदुस्तान एक लोकतांत्रिक देश नहीं है, पाकिस्तान बन गया है तो वह मुक्त हैं. बोरिया-बिस्तर उठा कर अपने नानी के घर जाएं और वहां से चुनाव लड़ें. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी फेलियर हैं, इसका मतलब यह नहीं कि देश भी फेलियर है।