शक्ति पंप ने हासिल किया अब तक का सर्वाधिक लाभ
राजस्व में 2.45 गुना की उल्लेखनीय बढ़ोतरी
रुड़की । शक्ति पंप्स ने गत वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही में भी शानदार परिणाम का सिलसिला जारी रखा है। वर्ष 2020 – 21 की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च में कंपनी का कुल राजस्व 321.11 करोड़ रुपए पहुंच गया, जो गत वर्ष की समान अवधि में 93.78 करोड़ रुपए था। इसी तरह चौथी तिमाही में एबिटा (EBITDA) सर्वकालिक उच्चस्तर 51.35 करोड़ रुपए पहुंच गया, जो 2020 की समान तिमाही में (1.41) करोड रुपए था।इसी प्रकार कंपनी की कुल आय भी चौथी तिमाही में अब तक की किसी भी तिमाही के सर्वोच्च स्तर पर रही। चौथी तिमाही में कंपनी का कुल लाभ 30.50 करोड़ रुपए रहा, जो 2020 की समान अवधि में 6.15 करोड़ का घाटा दिखा रहा था।वित्त वर्ष 2020–21 में कंपनी का कुल राजस्व 933.43 करोड़ रुपए पहुंच गया, जो इसके पूर्व 2019–20 में 386.91 करोड रुपए था। इसी तरह एबिटा (EBITDA) वर्ष 2020–21 में 145.82 करोड़ रहा, जो पूर्व के वित्त वर्ष में 16.33 करोड रुपए था।परिणामों पर टिप्पणी करते हुए शक्ति पम्पस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्री दिनेश पाटीदार ने कहा, – “घरेलू, निर्यात और सौर पंप बाजार में मजबूत वृद्धि के कारण अच्छे वित्तीय प्रदर्शन की घोषणा करते हुए हमें खुशी हो रही है। प्रधानमंत्री कुसुम योजना ने वित्तीय वर्ष के दौरान हमारे विकास में योगदान दिया है। इस योजना में काफी संभावनाएं हैं क्योंकि डीजल पंप किसानों के लिए अव्यावहारिक हैं और इलेक्ट्रिक पम्पस की अपनी सीमाएं हैं। हमें इस योजना के तहत और अधिक पंपों की आपूर्ति की उम्मीद है।उन्होंने आगे कहा – “प्रधानमंत्री कुसुम योजना अच्छा प्रदर्शन कर रही है. कार्यान्वयन के पहले वर्ष में, 2020-21 के वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित 1.80 लाख के लक्ष्य के मुकाबले देश भर में 50,000 सौर कृषि पंप स्थापित किए गए थे। हमने योजना के तहत 15,000 सौर पंप स्थापित किए थे। हम चालू वित्त वर्ष के दौरान और अधिक मांग की उम्मीद कर रहे हैं और किसानों में जागरूकता बढ़ने के साथ आगे बढ़ रहे हैं। दूसरे वर्ष के लिए सरकार का लक्ष्य 3.20 लाख कृषि सौर पंप है। यहीं से हम चालू वित्त वर्ष के दौरान भी अपनी वृद्धि देखते हैं।“उन्होंने आगे कहा कि कंपनी ने 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले शेयर पर 8 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है जो कि 80% होता है।