कोच की रेस में पिछड़े वीरेंद्र सहवाग को खेल मंत्रालय ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग कोच पद की रेस में भले ही पिछड़ गए हों, लेकिन सरकार ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. खेल मंत्रालय ने इस साल के राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड और अर्जुन अवॉर्ड विजेताओं को चुनने के लिए जो समिति बनाई है उसमें वीरेंद्र सहवाग और पूर्व एथलीट पीटी उषा को जगह दी गई है. दोनों खिलाड़ियों को इस पुरस्कार के लिए चुनने वाली 12 सदस्यीय समिति में शामिल किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रिटायर्ड जस्टिस सीके ठक्कर समिति के अध्यक्ष होंगे. इस साल के पुरस्कार विजेताओं का चयन करने के लिए समिति की 3 अगस्त को बैठक होगी.
29 अगस्त को मिलता है खेल पुरस्कार
सहवाग और पीटी उषा के अलावा बॉक्सर मुकुंद केलकर और कबड्डी खिलाड़ी सुनील डबास भी शामिल हैं. इनके अलावा स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के डीजी इंजेती श्रीनिवास और खेल प्रशासक अनिल खन्ना भी समिति का हिस्सा होंगे. समिति की सिफारिशों के आधार पर ही सरकार इस साल इस पुरस्कार की घोषणा करेगी. हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस के अवसर पर 29 अगस्त को खेल पुरस्कार दिए जाते हैं. राष्ट्रपति खिलाड़ियों को पुरस्कार से नवाजते हैं. राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देश में खेलों का सबसे बड़ा पुरस्कार है.
गोपीचंद चुनेंगे अर्जुन अवॉर्डी
वहीं, मंत्रालय की ओर से बताया गया कि द्रोणाचार्य अवॉर्ड चुनने वाली समिति में बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद और पूर्व वर्ल्ड बिलियर्ड्स चैंपियन पंकज अडवाणी को भी शामिल किया गया है.