घूनी के लाल ने बढ़ाया देश का मान, वर्ल्‍ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए किया क्वालीफाई

देहरादून : चमोली जनपद के घूनी गांव निवासी किसान महेंद्र सिंह रावत के बेटे सत्येंद्र सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय फलक पर देश के लिए रजत पदक जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया है। सत्येंद्र ने फिलीपींस में आयोजित हुई जूनियर एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप-2017 में 81 प्लस किग्रा वर्ग में यह उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही उन्होंने 2018 में होने वाली वर्ल्‍ड जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है।

15 वर्षीय सत्येंद्र को बचपन से ही बॉक्सिंग का शौक था, मगर आर्थिक स्थिति कमजोर होने और गांव में बॉक्सिंग की सुविधा न होने के कारण वह अपने हुनर को तराश नहीं पा रहे थे। राजकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय चौनघाट में खेल शिक्षक जोगेंद्र सिंह रावत ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और प्रशिक्षण देना शुरू किया।

दो वर्ष की कड़ी मेहनत के बाद सत्येंद्र ने वर्ष 2012 में महाराणा प्रताप स्पोटर्स कॉलेज में प्रवेश पाया। यहां उन्होंने दो वर्ष तक शिक्षण ग्रहण करने के साथ ही बॉक्सिंग का प्रशिक्षण लिया। वर्ष 2014 में उनका गढ़वाल रेजीमेंट की ब्वॉयज स्पोटर्स कंपनी में बतौर सिपाही चयन हो गया। इसी वर्ष जून में गुवाहाटी में हुई प्रथम नेशनल जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सत्येंद्र स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।

 गांव में जश्न का माहौल

सत्येंद्र के रजत पदक जीतने से उनके गांव घूनी में जश्न का माहौल है। उनके परिजनों ने गांव में मिठाई बांटकर खुशी मनाई। वर्तमान में सत्येंद्र लैंसडौन छावनी में तैनात हैं। वहां भी उनके साथियों में जश्न का माहौल है। सत्येंद्र के पिता महेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनका बेटा वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में भी देश के लिए पदक जीतेगा।

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