भारत-रूस जैसी दोस्ती दूसरी कोई नही, पाकिस्तान से ना करें तुलना: रूसी राजदूत
नई दिल्ली । वैश्विक मंच पर नए तरह के गठबंधन बनने की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन अभी भी रूस यह मानता है कि भारत के साथ उसके रिश्ते बिल्कुल अलग हैं। भारत में रूस के राजदूत निकोलाय कुदाशेव ने भारत और रूस के बीच अभी तक के सबसे बड़े सैन्य अभ्यास के समापन पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्तों में अभी कई आकर्षक मुकाम आने वाले हैं।
पाकिस्तान और रूस के बीच बढ़ रहे सैन्य संबंधों पर उन्होंने कहा कि भारत और रूस के रिश्तों की तुलना रूस-पाकिस्तान से मत कीजिए। कुदाशेव के मुताबिक भारत और रूस के रिश्ते जिस तरह के हैं वैसे संबंध दुनिया के दो अन्य देशों में बहुत कम हैं। दूसरी तरफ रूस और पाकिस्तान के रिश्ते दो सामान्य देशों की तरह हैं। सनद रहे कि हाल ही में भारत और रूस के बीच एक बेहद बड़ा सैन्य अभ्यास समाप्त हुआ है। इसमें दोनों देशों के तीनों सेनाओं के तकरीबन 1000-1000 सैनिकों ने हिस्सा लिया है।
दूसरी तरफ रूस और पाकिस्तान के बीच भी सैन्य अभ्यास हो रहे हैं। पिछले वर्ष भारत की कुछ आपत्तियों के बावजूद रूस की सेना ने पाकिस्तान में जाकर अभ्यास किया था और अब दोनों देशों के बीच रूस में भी अभ्यास हुआ है, लेकिन कुदाशेव का कहना है कि भारत और रूस के बीच हुए सैन्य अभ्यास का दायरा बहुत बड़ा है। भारत-अमेरिका-जापान-आस्ट्रेलिया के बीच संभावित गठबंधन पर उनका जबाव था कि हर देश के बीच सहयोग का दायरा खुला होना चाहिए।
मसूद अजहर पर नहीं बोले
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के मामले में चीन के अड़ंगे पर पूछे गए सवाल को कुदाशेव टाल गए। उनका कहना था कि हम शंघाई सहयोग संगठन से जुड़े हैं और उसमें आतंकवाद से लड़ने का पर्याप्त एजेंडा है। उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण पर उनका कहना था कि रूस पूरे कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त देखना चाहता है।
एमआइ-26 की सर्विस पर भारत व रूस करेंगे समझौता
रूस के एक अधिकारी ने बताया कि एमआइ-26 हेलीकॉफ्टर की सर्विस को लेकर भारत व रूस समझौता करने वाले हैं। इसके तहत ऐसे तीन हेलीकॉफ्टरों की ओवरहालिंग की जाएगी। रूस ने भारत से कहा है कि वायुसेना के एमआइ-17 चॉपर्स के रखरखाव के लिए भी वह लंबी अवधि की सेवा देने को तैयार है।
News Source: jagran.com