नैनीताल के साथ केदारनाथ, यमुनोत्री व मसूरी में भी रोपवे: मुख्यमंत्री
नैनीताल। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ाने के लिए सरकार भरसक प्रयास कर रही है। अब तक 2200 होम स्टे का पंजीकरण किया गया है। जो आगे भी जारी रहेगा। राज्य सरकार बेहतर कानून व्यवस्था बनाकर पर्यटकों को सुरक्षित उत्तराखंड का संदेश देने में सफल रही है। राज्य के पर्वतीय इलाकों में बढ़ते तापमान पर चिंता जताते हुए कहा कि इसकी मुख्य वजह गर्मियों में लगने वाली दावानल है। सरकार दावानल की घटनाओं को रोकने को प्रयासरत है। केंद्र सरकार को 275 करोड़ का प्रोजेक्ट सौंपा गया है। जल्द ही इसे मंजूरी मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री सोमवार को नैनीताल में यूएनडीपी से एक करोड़ की लागत से स्थापित लेक के रियल मॉनिटरिंग सिस्टम के लोकार्पण अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दवानल की मुख्य वजह चीड़ है। जिसे अभिशाप माना जाता है। सरकार पिरूल से पैलेट्र्स बनाकर व बिजली बनाकर इसे वरदान बनाने को प्रयासरत है। चीड़ से राज्य में 40 हजार लोगों को रोजगार दिया जा सकता है। चीड़ की पत्तियों से औषधि बनाने का शोध सफल हुआ है। जल्द उत्तराखंड के विशेषज्ञ इंडोनेशिया जाएंगे। उन्होंने कहा कि रानीबाग से नैनीताल तक रोपवे निर्माण का सर्वे का पहला चरण पूरा हो चुका है। रानीबाग में डबल लेन पुल स्वीकृत हो चुका है। नैनीताल के साथ केदारनाथ, यमुनोत्री, मसूरी में भी रोपवे बनाया जाएगा।
स्थानीय बोली भाषा व खानपान को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि सरकार इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है। नैनीताल के रैमजे अस्पताल को पीपीपी मोड में देने पर सहमति प्रदान की। भवन निर्माण की उत्तराखंड की शैली को प्रमोट किया जा रहा है। उत्तराखंड में जल स्रोतों के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि अल्मोड़ा में गगास, द्वाराहाट में तड़ागताल, थरकोट पिथौरागढ़, सोंग देहरादून, कोलिढेक लोहाघाट में झील व डेम बनाया जा रहा है। जमरानी में तेजी से काम हो रहा है। नैनीताल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्वीकृति हो गई है।बलियानाला के स्थायी ट्रीटमैंट की दिशा में शोध जारी है। इस अवसर पर विधायक संजीव आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, नगर अध्यक्ष आनंद बिष्ट, दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, जिलाधिकारी सविन बंसल आदि उपस्थित थे।