डीएम की मौजूदगी में 20 सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित
देहरादून । जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला कार्यालय के ऋषिपर्णा सभागार में जिला योजना, राज्य, केन्द्रपोषित एवं 20 सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला योजना से संतृत्प सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला योजना के तहत् प्राप्त धनराशि हर हाल में 27 फरवरी तक व्यय करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अर्थ एवं संख्या अधिकारी को निर्देेशित किया कि विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता की जांच तथा उनका भौतिक सत्यापन करने हेतु समितियां बनाई जाएं। साथ ही सत्यापन रिपोर्ट माह अपै्रल में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला योजना अन्तर्गत जिन विभागों द्वारा धनराशि समर्पण की जाएगी उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए अगले वर्ष की जिला योजना में धनराशि अवंटित नही की जाएगी। उन्होंने लो.नि.वि, उरेडा, लघु सिंचाई, सिंचाई एवं जिला पंचायतराज विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि निर्धारित अवधि में धनराशि व्यय करना सुनिश्चित करें। उन्होनंे चेतावनी देते हुए कहा कि निर्धारित तिथि 27 फरवरी तक प्राप्त धनराशि व्यय न करने की स्थिति में सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए प्रतिकूल प्रविष्टियां दर्ज की जाएगी। बैठक में बताया गया कि जिला योजना के तहत् आवंटित धनराशि के सापेक्ष अभी तक 93.65 प्रतिशत् धनराशि व्यय की जा चुकी है। राज्य योजना एवं केन्द्र पोषित योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने नलकूप, एलोपेथ, लघु सिंचाई, समग्र शिक्षा अभियान, समाज कल्याण, पंचायतीराज विभागों द्वारा धनराशि कम व्यय होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि विगत वर्षो की अवशेष धनराशि यथासमय व्यय करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जो विभाग 20 सूत्रीय कार्यक्रमों में ‘ए’ श्रणी में हैं वे ‘ए’ श्रेणी में बने रहें तथा पीएमजीएसवाई एवं विद्युत विभाग जो ‘बी’ श्रेणी में हैं वे प्रगति बढाते हुए ‘ए’ श्रेणी में आने का प्रयास करें। उन्होनें सभी विभागों के अधिकारियों केा निर्देश देते हुए कहा कि धनराशि व्यय करने में मार्च माह का इन्तजार ना करें, बल्कि विभिन्न योजना के पूर्ण हो चुके कार्यों का सम्बन्धित को भुगतान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल निगम, जल संस्थान, लघु सिंचाई, नलकूप खण्ड, एलोपैथ, सामुदायिक विकास, माध्यमिक शिक्षा, कृषि, उद्यान, पशुपालन विभाग, दुग्ध विकास, गन्ना, रेशम, युवाकल्याण, खेलकूद, अर्थ एवं संख्या, सूचना, सेवायोजन आदि विभागों को शेष धनराशि को तत्काल व्यय करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ अनूप कुमार डिमरी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, अर्थ एवं संख्या अधिकारी राजेश कुमार सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।