मंत्री प्रसाद नैथाणी हरीश रावत के पक्ष में उतरे
देहरादून, । कांग्रेस के प्रति हरीश रावत के ट्वीट ने उत्तराखंड की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। हरीश रावत को सीएम का चेहरा घोषित किए जाने की मांग भी उनके समर्थकों ने शुरू कर दी है। शुक्रवार को पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी भी पूर्व सीएम हरीश रावत के पक्ष में खुलकर सामने आए। नैथानी ने दो टूक लहजे में कहा कि पार्टी हाईकमान को तत्काल रॉवत को सीएम का चेहरा घोषित करना चाहिए। रावत ही अकेले शख्स हैं, जो प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस की वापसी करा सकते हैं। कांग्रेस के वर्तमान घमासान के बीच नैथानी का बयान काफी महत्वपूर्ण है। नैथानी वर्ष 2012 से 2017 की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के सहयोगी पीडीएफ के अध्यक्ष रहे हैं। वर्ष 2017 में वो कांग्रेस में शामिल हो गए थे। नैथानी ने हैरानी जताते हुए कहा कि संगठन स्तर से रावत का विरोध किया जाना ठीक ऐसा है जैसा कुल्हाड़ी पर पांव मारना। रावत प्रदेश के सर्वमान्य और सर्वस्वीकार्य नेता हैं। इस वक्त पूरा प्रदेश भाजपा के कुशासन से मुक्ति पाने के लिए रावत के पीछे खड़ा है। प्रदेश की हर विधानसभा में हाल में हुई रैलियां इसकी गवाह हैं कि उत्तराखंड के लोग रावत को दोबारा से अपने सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। नैथानी परोक्ष रूप से प्रदेश प्रभारी पर भी सवाल उठाए। कहा कि सभी को साफ साफ समझ लेना चाहिए कि रावत उत्तराखंडियत के सच्चे प्रतीक हैं। प्रभारी को चाहिए कि वो सभी को साथ लेकर चलें। नैथानी ने पार्टी हाईकमान से मांग की कि सीएम के चेहरे को लेकर जारी उहापोह को तत्काल समाप्त करे और रावत को पार्टी का सीएम चेहरा घोषित करें। पूर्व शिक्षा मंत्री से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, हरीश रावत की अनदेखी-अपमान को कतई बर्दाश्त न किया जाएगा। हाईकमान तत्काल उन्हें सीएम का चेहरा घोषित करे। प्रदेश प्रभारी को भी सुझाव है कि सभी के साथ मिलकर चलें।