राजस्थान में बढ़ेगी रार: अब निर्दलीय भी मांग रहे सरकार में हिस्सा, 23 को मीटिंग करेंगे 19 विधायक
जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट और अशोक गहलोत खेमे के बीच छिड़ी तकरार अब सरकार पर भी भारी पड़ सकती है। अब बीएसपी से कांग्रेस में आए और कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी सचिन पायलट कैंप के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। ये विधायक भी अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट विस्तार की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सचिन पायलट खेमे के अलावा एक और गुट को संतुष्ट करने की चुनौती अशोक गहलोत सरकार पर आ गई है। निर्दलीय विधायकों और बीएसपी से आए नेताओं ने एक तरफ अशोक गहलोत सरकार के पक्ष में खड़े रहने की बात कही है तो वहीं कैबिनेट में हिस्सेदारी के साथ वे उसकी कीमत भी चाहते हैं। सीएम अशोक गहलोत के करीबी कहे जाने वाले एक निर्दलीय विधायक ने कहा, ‘हम सरकार के साथ खड़े हैं और साथ रहेंगे। अन्य निर्दलीय विधायकों और बीएसपी से कांग्रेस में आए 6 विधायकों से बातचीत के बाद हम एक प्रस्ताव पारित करेंगे और कांग्रेस पार्टी को उसकी ओर से किए गए वादों की याद दिलाएंगे।’ सितंबर 2019 में बीएसपी से कांग्रेस में आने वाले 6 विधायक भी गहलोत सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं। इन विधायकों का कहना है कि बीते साल जब कांग्रेस सरकार का अस्तित्व संकट में था, तब उन्होंने ही उसे सहारा दिया था।