अपहरण के बाद आइआइटी से पीएचडी कर रही दारोगा की बेटी से विवाह
रामपुर । बिजनौर के एक युवक ने अपने साथी की मदद से आइआइटी कानपुर की एक छात्रा का अपहरण करने के बाद उससे विवाह कर लिया। दारोगा की पुत्री यह छात्रा आइआइटी कानपुर से पीएचडी कर रही है। रामपुर के सिविल लाइंस कोतवाली में पीडि़ता ने आज केस दर्ज कराया।
रामपुर में आज आइआइटी कानपुर से पीएचडी कर रही युवती ने सिविल लाइंस कोतवाली में बिजनौर के युवक समेत दो पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। छात्रा मुरादाबाद के रहने वाली है। उसके पिता रामपुर जिले के एक थाने में दारोगा हैं।
दारोगा की बेटी आइआइटी कानपुर से पीएचडी कर रही है। पहली बीते महीने अक्टूबर को वह लखनऊ से हावड़ा-काठगोदाम एक्सप्रेस से अपने पिता के पास रामपुर पहुंची। यहां से रोडवेज आई और मुरादाबाद जाने के लिए बस का इंतजार करने लगी। इसी दौरान कार में बिजनौर जिले के थाना नजीबाबाद क्षेत्र के मुहल्ला जाब्ता गंज का अंकुर यादव मिला। कार में उसका कोई दोस्त भी था, जिसे वह नहीं जानती थी।
अंकुर नजीबाबाद में पहले दारोगा की बेटी के साथ पढ़ चुका है। उसने कार में बैठाना चाहा। उसके मना करने पर तमंचा दिखाकर डराया और जबरन कार में बैठाकर नजीबाबाद ले गया। वहां कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाया।
बेहोशी की हालत में उसे कोटद्वार उत्तराखंड ले गया और मंदिर में ले जाकर जबरन शादी रचाई। अश्लील फोटो खींच लिए। विरोध करने पर मारपीट की।
इसके बाद उसको उत्तराखंड से नजीबाबाद ले आए और घर में बंधक बनाकर रखा। किसी तरह मौका पाकर वह मुरादाबाद आ गई।
बाद में आरोपी उसे फोन से ब्लैकमेल करने लगा और 10 लाख रुपये की मांग करने लगा। डिमांड पूरी न होने पर अश्लील फोटो इंटरनेट पर डालने की धमकी दी।